क्रेडिट कार्ड ने खरीदारी के विकल्प को बढ़ा दिया है. आजकल देश में क्रेडिट कार्ड (Credit Cards) का चलन तेजी से बढ़ता जा रहा है. दरअसल, क्रेडिट कार्ड की मदद से आप शॉपिंग से लेकर बाकी अन्य बिल भी आसानी से भर देते हैं. यही वजह है कि इसकी उपयोगिता बढ़ गई है. क्रेडिट कार्ड किसे दिया जाए, इसे लेकर बैंक के भी नियम हैं. आमतौर पर बैंक केवल उन लोगों को क्रेडिट कार्ड जारी करता है जिनका क्रेडिट स्कोर मजबूत है. ऐसे में, जिन लोगों का सिबिल स्कोर कमजोर है, उन्हें सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड (Secured Credit Card) की सुविधा मिलती है.
सिबिल को मजबूत करने का बेहतरीन जरिया
सिक्योर्ड क्रेडिट आपके सिबिल को मजबूत करने का बेहतरीन जरिया है. दरअसल, आप सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड को बनवाने के बाद अपने क्रेडिट स्कोर को जनरेट कर उसे मजबूत कर सकते हैं. सिक्योर्ड कार्ड के लिए बैंक या वित्तीय कंपनियां फिक्स्ड डिपॉजिट के बदले सिक्योर्ड कार्ड देते हैं. यानी अगर आपके पास एफडी है तो उसके आधार पर आपको सिक्योर्ड कार्ड मिल जाएगा. ऐसा इसलिए क्योंकि आपके सिक्योर्ड कार्ड पर बैंक का नियंत्रण बना रहता है. आपके फ्रॉड या डिफॉल्टर होने की आशंका होने पर बैंक इस एफडी को जब्त कर लेता है. और यहां से रिकवरी कर लेता है.
सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड के फायदे?
>> सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड आसानी से मिल जाता है.
>> इस कार्ड के लिए आपको ज्यादा औपचारिकताएं नहीं करनी पड़ती है.
>> इसमें आपको कोई इनकम प्रूफ नहीं देना पड़ता.
>> सिक्योर्ड कार्ड के लिए आपके पास बैंक FD होना चाहिए.
>> FD अमाउंट जितना ज्यादा होगा, क्रेडिट कार्ड की लिमिट उतनी ज्यादा होगी.
>> आपका क्रेडिट स्कोर कमजोर होने से सिक्योर्ड कार्ड पर असर नहीं पड़ता.
>> सिक्योर्ड कार्ड की मदद से सिबिल स्कोर कर सकते हैं जेनरेट.
>> सिक्योर्ड कार्ड क्रेडिट स्कोर कर सकते हैं मजबूत
>> इस कार्ड से FD के बदले आपको सिक्योर्ड रिटर्न मिलता है.
>> इसमें एनुअल मेंटिनेंस चार्ज भी कम होता है.