हार्ले-डेविडसन (Harley-Davidson) और ट्रायम्फ (Triumph) को भारत में आए सात महीने हो गए हैं. भारतीय बाजार में इन दोनों की गाड़ियों की जबरदस्त मांग है. हार्ले-डेविडसन ने हीरो मोटोकॉर्प (Hero MotoCorp) और ट्रायम्फ ने बजाज ऑटो (Bajaj Auto) को अपना पार्टनर चुना है. भारतीय बड़ी कंपनियों की तरफ से शेयर बाजार को दिए गए आंकड़ों के अनुसार, दोनों ब्रांड पहले से ही 350 सीसी से ऊपर की श्रेणी में अपनी पकड़ मजबूत कर रहे हैं. यानी इन गाड़ियों से रॉयल इनफिल्ड को कड़ी टक्कर मिल सकती है.
मजबूत मांग से बढ़े उत्पादन
बजाज ऑटो ने बताया कि फरवरी तक Triumph Speed 400 और Triumph Scrambler 400 X ने 15,000 यूनिट्स बेची हैं, जबकि हीरो मोटोकॉर्प के अनुसार, हार्ले-डेविडसन X440 की अब तक 10,000 से ज्यादा यूनिट्स बेची जा चुकी हैं. जबकि भारत के बाजार में मजबूत पकड़ वाली रॉयल एनफील्ड (Royal Enfield) के निर्माता आयशर मोटर्स (Eicher Motors) ने अप्रैल से जनवरी वित्त वर्ष 2024 की अवधि के दौरान 350 सीसी से ज्यादा इंजन क्षमता वाले मॉडलों में मामूली गिरावट के साथ 82,344 यूनिट्स की बिक्री दर्ज की. इसी अवधि में पिछले साल (FY2023) रॉयल एनफील्ड की 81,679 यूनिट्स बिकी थीं. हार्ले-डेविडसन और ट्रायम्फ दोनों को पिछले साल यानी 2023 के जुलाई की शुरुआत में भारत में लॉन्च किया गया था. भारत में 250-750 सीसी सेगमेंट में रॉयल एनफील्ड का एकाधिकार है. इसकी जबरदस्त मांग है.
हार्ले-डेविडसन ने जीता ग्राहकों का दिल
हीरो मोटोकॉर्प के एक अधिकारी ने बताया, ‘अब तक 10,000 से अधिक यूनिट्स बिकने के साथ, हार्ले-डेविडसन X440 को ग्राहकों से बहुत पॉजिटिव रिस्पांस मिला है. हम अगले कई महीनों के लिए एक स्वस्थ ऑर्डर बुक बनाए रख रहे हैं. हमने बढ़ती मांग को पूरा करने और समय पर डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए उत्पादन क्षमता में वृद्धि की है.’अपनी पहुंच बढ़ाने और ग्राहक सेवा में सुधार के लिए एक रणनीतिक कदम के रूप में, हीरो मोटोकॉर्प ने स्पेशल हार्ले-डेविडसन डीलरशिप और हीरो प्रीमिया स्टोर्स के अलावा रिटेल टचपॉइंट को दोगुना बढ़ाया है. इसके रिटेल टचपॉइंट 100 से बढ़कर 200 हो गए हैं.
ट्रायम्फ की बढ़ी बिक्री
बजाज ऑटो के एक अधिकारी नेके अनुसार, ‘इस महीने तक, हमने ट्रायम्फ स्पीड 400 और ट्रायम्फ स्क्रैम्बलर 400 X की 15,000 से ज्यादा यूनिट्स बेची हैं. घरेलू बिक्री और निर्यात दोनों को कवर करने के लिए उत्पादन क्षमता में वृद्धि की गई है. इसलिए, स्पीड 400 या स्क्रैम्बलर 400 X दोनों मॉडलों के लिए कोई प्रतीक्षा अवधि (waiting period) नहीं है.’
Royal Enfield की खत्म होगी बादशाहत?
भारतीय बाजारों में 350 सीसी और उससे ऊपर की श्रेणी में, बजाज ऑटो केटीएम, डोमिनार, हस्कवर्ना और ट्रायम्फ के जरिये बाकि वाहनों को टक्कर दे रहा है. ट्रायम्फ स्पीड 400 सबसे सस्ता मॉडल है, जिसकी भारत में शुरुआती कीमत 2,33,000 रुपये है. हार्ले-डेविडसन X440 की कीमत 2,29,000 रुपये है, जबकि रॉयल एनफील्ड की हंटर 350 की शुरुआती कीमत 1,50,000 रुपये है. यानी अगर इन दोनों गाड़ियों की मांग ऐसी ही मजबूती पकड़े रखी तो रॉयल एनफील्ड की बादशाहत ख़त्म हो सकती है.