डिजिटल भुगतान के लिए यूपीआई करोड़ों लोगों का पसंदीदा विकल्प बना हुआ है. इसके जरिए रोजाना करोड़ों के लेन-देन होते हैं. मगर इस बीच डिजिटल फ्रॉड के भी कई मामले भी सामने आ रहे हैं. इसी धोखाधड़ी पर लगाम लगाने के मकसद से नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ़ इंडिया NPCI, यूपीआई सर्विस में बड़ा बदलाव करने की तैयारी में है. मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक एनपीसीआई अब बायोमैट्रिक या फेस आईडी का प्रयोग करके भुगतान करने की सुविधा शुरू करने पर विचार कर रहा है. इससे यूपीआई ट्रांजेक्शन और ज्यादा सुरक्षित होगा.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस सिलसिले में एनपीसीआई कंपनियों से बात कर रहा है, जिससे यूजर्स के स्मार्टफ़ोन पर बायोमेट्रिक सुविधाओं यानी फिंगरप्रिंट सेंसर का उपयोग या फेस आईडी प्रमाणित की जा सके. NPCI का मानना है कि UPI भुगतान के लिए फेस आईडी या बायोमेट्रिक सुरक्षा ही सही तरीका है. हालांकि UPI ऐप में फेस आईडी इंटीग्रेशन कब होगा और कौन-से ऐप इसका समर्थन करेंगे, ये भविष्य में पता चलेगा.
यूजर्स को मिलेगा विकल्प
देश में Google Pay, PhonePe, Amazon Pay, Paytm और कई अन्य ऐप ऐसे हैं जो आपको UPI भुगतान की सुविध देते हैं. ऐसे में एनपीसीआई इन कंपनियों से बातचीत करने की तैयारी में हैं. चीजें रणनीति के तहत होने पर UPI ऐप में यूजर्स को भुगतान के लिए दो विकल्प मिलेंगे. जिसके तहत वे पिन या बायोमेट्रिक्स को चुन सकेंगे. जब नई प्रक्रिया लोगों के बीच लोकप्रिय हो जाएगी तब पुरानी व्यवस्था को धीरे-धीरे खत्म करने की कोशिश की जाएगी.