India-Thailand-Myanmar Highway: अगर आप भी थाईलैंड या म्यांमार जाने की सोच रहे हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है. अब आपको फ्लाइट की टिकट लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी. अब भारत से इन देशों में आप बस, कार और बाइक से जा सकेंगे. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का कहना है कि महत्वाकांक्षी भारत-म्यांमार-थाईलैंड त्रिपक्षीय राजमार्ग’ पर लगभग 70 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है.
केंद्रीय मंत्री ने दी जानकारी
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि भारत, थाईलैंड और म्यांमार 1,400 किलोमीटर लंबे राजमार्ग का काम तेजी से चल रहा है. यह सड़क भारत को दक्षिण पूर्व एशिया से जमीनी मार्ग से जोड़ेगा. इससे तीनों देशों के बीच स्वास्थ्य, शिक्षा और पर्यटन के साथ व्यापारिक संबंधों में मजबूती आएगी. हालांकि, केंद्रीय मंत्री की तरफ से यह नहीं बताया गया है कि इस परियोजना को कब तक पूरा किया जाएगा.
अटल बिहारी वाजपेयी ने दिया था प्रस्ताव
साल 2002 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इस खास परियोजना के तहत थाईलैंड और म्यांमार को भारत से जोड़ने का प्रस्ताव दिया था. यह हाइवे मणिपुर के मोरेह को म्यांमार के रास्ते थाईलैंड के माई सोत से जोड़ेगा. यानी इसके बाद आपको इन देशों में जाने के लिए फ्लाइट की टिकट के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा. आप सीधे अपनी कार या बाइक से थाइलैंड जा सकेंगे.
जानिए इसके रूट
भारत से थाईलैंड-म्यांमार के बीच बन रहे इस राजमार्ग को कोलकाता-बैंकॉक हाइवे भी कहा जाता है. दरअसल, यह हाइवे कोलकाता से शुरू होकर सिलीगुड़ी तक जाता है. इसके बाद यह कूचबिहार होते हुए पश्चिम बंगाल से श्रीरामपुर सीमा के रास्ते असम में तक जाएगा. इसके बाद, दीमापुर से यह नगालैंड और मणिपुर में इम्फाल के पास मोरेह से होते हुए म्यांमार में प्रवेश करेगा. इसके बाद, यह म्यांमार के माई सोत होते हुए थाईलैंड तक जाएगा.