आकांक्षा UPI से अपने एक दोस्त को पहली बार पैसे भेज रही थीं. उसे जल्दी पैसे चाहिए थे. इसलिए आकांक्षा ने हड़बड़ी में UPI ऐप पर उसका नंबर डाला और पैसे भेज दिए. बाद में दोस्त को मैसेज करके पूछा कि क्या पैसे मिल गए? दोस्त ने बोला अभी तक तो नहीं. आकांक्षा को लगा कि कोई टेक्नीकल दिक्कत होगी, पैसे तो अकाउंट से कट गए हैं, मिल ही जाएंगे. थोड़ी देर और इंतजार किया, फिर दोस्त का फोन आ गया, उसने कहा कि पैसे तो अब भी नहीं आए. दोस्त ने कहा कि जिस नंबर पर पैसे भेजे हैं, एक बार वो चेक करो. आकांक्षा ने चेक किया तो पता चला कि उन्होंने आखिर का एक डिजिट गलत डाल दिया था. मतलब जो 5 हजार रुपए भेजे, वो दोस्त की जगह किसी अनजान नंबर पर चले गए. आकांक्षा परेशान हो गईं, दोस्त की मदद भी नहीं कर पाईं और खुद फंस भी गई.
यूपीआई से लेनदेन लगातार बढ़ रहा है. इस्तेमाल करने में आसानी, तेजी से होने वाले ट्रांजैक्शन की वजह से यूपीआई की पॉपुलैरिटी बढ़ती जा रही है. लेकिन एक दिक्कत ये आ रही है कि लोग कई बार गलत नंबर पर पैसे भेज दे रहे हैं. हड़बड़ी और लापरवाही की वजह से ऐसा हो रहा है. और ऐसा होने पर लोग घबरा जाते हैं और काफी वित्तीय नुकसान भी झेलते हैं.. जैसा कि आकांक्षा के साथ भी हुआ.
गलती से पैसे चले जाएं तो क्या करें?
अगर आकांक्षा की तरह आपके साथ भी ऐसा हो जाए तो परेशान न हों. आप इन पैसों को वापस पा सकते हैं. मतलब ये कि PhonePe, Paytm, GooglePay और दूसरे UPI ऐप्स के जरिए आपने गलती से अगर किसी को पैसे भेज दिए हैं तो उसे रिवर्स कर सकते हैं. इसी तरह आपके यूपीआई खाते से कोई अनऑथोराइज्ड ट्रांजैक्शन हुआ है तो उसे भी रिवर्स करा सकते हैं.
नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने इस समस्या से निपटने के लिए “UPI Auto-Reversal” सिस्टम लागू किया है. खास स्थितियों में आप UPI ट्रांजैक्शन रिवर्स करने का रिक्वेस्ट कर सकते हैं. खास स्थितियां जैसे कि अगर आपने गलत UPI ID या फोन नंबर पर पैसे भेज दिए हैं तो रिवर्सल का रिक्वेस्ट कर सकते हैं. या फिर आपकी UPI ID से कोई अनऑथोराइज्ड ट्रांजैक्शन हुआ है तो बैंक या UPI सर्विस प्रोवाइडर को तत्काल जानकारी देना अनिवार्य है. ऐसा करने के बाद ही आप पैसे वापस पा सकते हैं.
अब पेमेंट रिवर्स कैसे करा सकते हैं ये जानते हैं.
रिजर्व बैंक की गाइडलाइन्स के मुताबिक आपको पहले पेमेंट सिस्टम ऐप यानी Google Pay, PhonePe or Paytm से शिकायत करनी होगी. आप उनके कस्टमर सपोर्ट से संपर्क कर सकते हैं. आप NPCI की साइट पर भी शिकायत दर्ज करा सकता है. NPCI की साइट npci.org.in पर Dispute Redressal Mechanism टैब पर क्लिक करना होगा, जहां पर Complaint सेक्शन में ऑनलाइन फॉर्म दिख जाएगा.
शिकायत का निपटान न होने पर आप बैंकिंग ओम्बुड्समैन से संपर्क कर सकते हैं. जब आप UPI पेमेंट ऐप से संपर्क करेंगे. जरूरी है कि आप ट्रांजैक्शन से जुड़ी सभी जानकारी मुहैया कराएं. जैसे कि ट्रांजैक्शन रेफरेंस, ट्रांजैक्शन डेटा और अमाउंट.. कस्टमर सपोर्ट पूरी प्रक्रिया में आपकी मदद करेगा और ट्रांजैक्शन रिवर्स करने में आपकी मदद कर सकता है. समय काफी महत्व रखता है, इसलिए जितनी जल्दी हो, ट्रांजैक्शन रिपोर्ट करना जरूरी है. कुछ बैंक और UPI सर्विस प्रोवाइडर्स ने इस तरह की रिक्वेस्ट के लिए एक टाइम लिमिट लागू कर रखी है.
अगर ट्रांजैक्शन रिवर्सल की शर्तें पूरी करता है और आपका बैंक या UPI सर्विस प्रोवाइडर आपकी शिकायत को मंजूर कर देता है तो UPI Auto-Reversal की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. इसमें कुछ समय लग सकता है और ये अलग-अलग सर्विस प्रोवाइडर और उनकी पॉलिसी पर निर्भर करता है.
UPI Auto-Reversal की प्रक्रिया पूरी होने पर आपको अपने बैंक या UPI सर्विस प्रोवाइडर से कंफर्मेशन मिलेगी. रिवर्सल सफल होने पर आपके बैंक खाते में पैसे वापस आ जाएंगे.
इसके अलावा आप बैंक की नजदीकी शाखा भी जा सकते हैं. वहां ट्रांजैक्शन से जुड़े सभी प्रूफ लेकर जाएं. एक बार बैंक को गलत ट्रांजैक्शन के सभी डिटेल्स मिल जाएं तो वो आपको रिफंड दिलाने के लिए चार्जबैंक प्रोसेस शुरू कर देगा. लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि ये प्रक्रिया 45 दिन तक खिंच सकती है.. आपको पैसे मिलने में कितना समय लगेगा, ये आपके प्रूफ और ट्रांजैक्शन से जुड़ी डिटेल्स की एक्यूरेसी यानी सटीकता पर निर्भर करेगा.