अगर आप पुरानी या सेकेंडहैंड कार के लिए लोन लेने जा रहे हैं तो कुछ बातों का जानना जरूरी है. इसमें लोन भुगतान की अवधि और इंटरेस्ट रेट समेत अन्य महत्वपूर्ण बातें शामिल हैं. समय रहते इन पर ध्यान न देने से अनजाने में आपको ज्यादा पैसे चुकाने पड़ सकते हैं. इसलिए लोन के लिए अप्लाई करने से पहले इससे जुड़ी शर्तें और नियमों के बारे में अच्छे से पता कर लें. पुरानी कार पर लिए गए लोन पर ब्याज दर नई कार लोन की तुलना में ज्यादा होता है, इसलिए जानकारों की सलाह रहती है कि लोन लेने वाले को पर्याप्त अग्रिम भुगतान (Prepayment) करना चाहिए. साथ ही छोटी अवधि के लोन का विकल्प चुनना बेहतर रहता है.
तय कर लें अपना बजट पुरानी कार खरीदने के लिए लोन लेने से पहले अपनी वित्तीय स्थिति का आंकलन करें और उसके आधार पर अपना एक बजट तय करें. आप हर महीने आसानी से कितनी मासिक किस्त चुका पाएंगे, आपकी कुल आय और व्यय कितनी है, इन सब पर गौर करें. ऐसा करने से आप पर वित्तीय बोझ नहीं पड़ेगा.
अपना क्रेडिट स्कोर जांचें लोन लेने के लिए क्रेडिट स्कोर बेहद अहम होता है, जिसका स्कोर अच्छा होगा उसे आसानी से कर्ज मिल जाएगा. वहीं इसके खराब होने पर लोन मिलने में दिक्कत आती है. आमतौर पर 750 से ऊपर का क्रेडिट स्कोर अच्छा माना जाता है. आप CIBIL, इक्विफैक्स, या एक्सपीरियन जैसे क्रेडिट ब्यूरो से अपना क्रेडिट स्कोर जांच सकते हैं. अच्छे क्रेडिट स्कोर वालों को कम ब्याज दर पर लोन मिल सकता है.
दूसरे बैंकों व संस्थानों से ब्याज दरों की करें तुलना पुरानी कार के लिए बैंक, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (एनबीएफसी) से लोन लेते समय उनकी ब्याज दरों, शर्तों, प्रोसेसिंग फीस और अन्य शुल्कों की तुलना करें. ऐसा करने से आप सबसे कम ब्याज दर पर लोन देने वाले से कर्ज ले सकते हैं.
लोन अवधि का सही से करें चुनाव सेकेंडहैंड कार के लिए कर्ज लेते समय लोन अवधि ध्यान से चुनें. आप अपनी वित्तीय स्थिति के अनुसार इसका चुनाव करें, लेकिन जानकारों की सलाह है कि छोटी अवधि का लोन फायदेमंद होता है, हालांकि इसमें ज्यादा राशि की मासिक किस्तें चुकानी पड़ती है, लेकिन कुल मिलाकर इसमें ब्याज का भुगतान आपको कम करना पड़ेगा. वहीं लंबी अवधि का लोन लेने पर मासिक किस्तें भले ही कम हो जाएंगी लेकिन ऋण अवधि के दौरान ब्याज लागत बढ़ जाएगी.
ज्यादा डाउन पेमेंट की करें कोशिश कई ऋणदाता आपको पुरानी कार के मूल्य का 100% तक लोन दे सकते हैं, लेकिन कोशिश करें कि डाउनपेमेंट ज्यादा से ज्यादा करें. इससे मासिक किस्त का बोझ कम होगा. जानकारों के अनुसार कार के मूल्य का 15%-30% डाउन पेमेंट करना सही होता है.
समय पर करें किस्त का भुगतान निर्धारित तारीख पर नियमित तौर पर किस्त का भुगतान करें.कोई भी किस्म न छोड़ें, ऐसा करने से आपको पेनाल्टी भरनी पड़ सकती है. साथ ही आपका क्रेडिट स्कोर भी खराब हो सकता है. लोन की किस्त मिस न हो इसके लिए आप ऑटोमैटिक पेमेंट का विकल्प चुन सकते हैं, इसके जरिए आपके बैंक अकाउंट से किस्त हर महीने निर्धारित समय पर कट जाएगा.
यहां देखें प्रमुख बैंकों की कार पर लोन दर
बैंक | नई कार पर ब्याज दर | पुरानी कार पर ब्याज दर |
एक्सिस | 9.1% | 13.55% |
एसबीआई | 8.8% | 11.3% |
आईसीआईसीआई | 8.85% | 11.25% |
बैंक ऑफ बड़ौदा | 8.07% | 11.9% |
एचडीएफसी | 8.85% | 13.75% |
सोर्स : Bankbazaar.com |
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