कार खरीदने का कौन-सा तरीका होगा फायदे का सौदा, देखें डिटेल

आप अपनी कमाई, पर्सनल च्वॉइस और जरूरत के आधार पर कार चुनते हैं, लेकिन सबसे पहले बजट फिक्स करना जरूरी है

कार खरीदने का कौन-सा तरीका होगा फायदे का सौदा, देखें डिटेल

ज्यादातर लोगों के लिए कार खरीदना घर के बाद दूसरा सबसे बड़ा वित्तीय फैसला होता है. ऐसे में इसके लिए फाइनेंशियल प्लानिंग जरूरी है. सबसे पहले बजट फिक्स करना है. मौजूदा समय में मिड रेंज कार 7 से 10 लाख रुपए के करीब पड़ेगी. आप अपनी कमाई, पर्सनल च्वॉइस और जरूरत के आधार पर कार चुनते हैं, लेकिन ध्यान रखें क‍ि एक बार बजट फिक्स करने के बाद उस पर डटे रहें. बजट तय होने के बाद अगला टास्क पैसों का इंतजाम है. इसके दो तरीके हैं, पहला- पैसे बचाएं और कार खरीदें. दूसरा तरीका ऑटो लोन है. तो कार खरीदने का कौन-सा तरीका आपके लिए सही हो सकता है आइए जानते हैं.

पैसे बचाकर कार खरीदने के दो फायदे हैं. एक खर्चा कम होगा और दूसरा EMI का झंझट नहीं रहेगा. कार के लिए आप कितना इंतजार कर सकते हैं, ये काफी मायने रखता ह क्योंकि इसी से निवेश की अवधि का पता चलेगा…कार खरीदने के लिए आप जितना लंबा वेट करेंगे, आपका निवेश उतना ज्यादा बढ़ेगा. मान लीजिए आप जो कार खरीदने की सोच रहे हैं उसकी कीमत आज 7 लाख रुपए है, लेकिन ये कार 5 साल बाद खरीदना चाहेंगे तो बाद में गाड़ी की कीमत 7 बढ़ जाएगी. चूंकि ऑटो कंपनियों साल में 2-3 बार कार की कीमतों में 1 से 3 फीसदी के बीच इजाफा करती हैं. ऐसे में साल में 7 से 8 फीसदी की वृद्धि हो सकती है. ऐसे में 5 साल बाद 7 लाख रुपए की गाड़ी की कीमत पता करने में इन्फ्लेशन कैलकुलेटर आपकी मदद करेगा.

कैसे काम करेगा इन्फ्लेशन कैलकुलेटर?

इन्फ्लेशन कैलकुलेटर के मुताबिक, अगर किसी चीज को खरीदने के लिए आप आज 7 लाख रुपए खर्च कर रहे हैं तो 5 साल बाद इस खर्च की कॉस्ट करीब 10 लाख 30 हजार रुपए होगी. अनुमानित सालाना महंगाई दर 8 फीसदी है यानी 7 लाख रुपए की कार 5 साल बाद खरीदने के लिए आपके पास 10 लाख 30 हजार रुपए होने चाहिए.

कैसे हासिल करें इवेंस्‍टमेंट गोल?

कार के लिए इन 10 लाख रुपए को जोड़ने के लिए इन्वेस्टमेंट प्लानिंग करें. मान लीजिए आपका लक्ष्‍य 5 साल है. ऐसे में इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश करना ठीक नहीं रहेगा क्योंकि मीडियम टर्म में इक्विटी म्यूचुअल फंड में उतार-चढ़ाव संभव है. ऐसे में आपको ऐसी जगह निवेश करना है जहां उतार-चढ़ाव कम हो और महंगाई को मात देने वाला रिटर्न यानी 7-8 फीसदी का रिटर्न मिल सके. ऐसे में म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करना एक बेहतर विकल्‍प्‍ हो सकता है.

निवेश का सही तरीका पता चलने के बाद अब सवाल है कि हर महीने कितना पैसे जमा करें कि 5 साल बाद 10.30 लाख रुपए मिल जाएं. गोल SIP कैलकुलेटर के मुताबिक 8 फीसदी के अनुमानित रिटर्न से आपकी SIP अगले 5 साल के लिए 14,018 रुपए जबकि 10 फीसदी के रिटर्न से SIP की रकम 13,301 रुपए होनी चाहिए.

इन्वेस्टमेंट गोल पर रखें नजर

एक्‍सपर्ट के मुताबिक म्यूचुअल फंड में रिटर्न बाजार जोखिमों के अधीन है. मतलब मार्केट के हिसाब से रिटर्न घट भी सकता है और बढ़ भी सकता है. ऐसे में इन्वेस्टमेंट गोल पर नजर रखें ताकि शॉर्टफॉल आने पर SIP की रकम या फंड में बदलाव किया जा सके. 5 साल एक लंबा पीरियड है, हो सकता है कि आप अपने बजट को बढ़ाना चाहें इस सिचुएशन में बजट बढ़ने के साथ SIP बढ़ाने की जरूरत होगी.

ऑटो लोन भी है विकल्‍प

कार खरीदने का दूसरा तरीका ऑटो लोन है. इसका फायदा ये है कि आपको गाड़ी के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा. इधर लोन पास, उधर गाड़ी आपके दरवाजे के बाहर खड़ी होगी, लेकिन इसके लिए जरूर आपको गाड़ी की कीमत से ज्यादा पैसे चुकाने होंगे. ज्यादातर ऑटो लोन कार की कीमत का 80 से 90 फीसदी तक फाइनेंस करते हैं. कुछ बैंक या कंपनी 100 फीसदी फाइनेंस की भी सुविधा देते हैं. आमतौर पर ऑटो लोन के इंटरेस्ट रेट 9 फीसदी के आसपास शुरू होते हैं.जैसे SBI के कार लोन का इंटरेस्ट रेट 8.85 फीसदी जबकि ICICI बैंक का रेट 9.10 फीसदी से चालू है. ब्याज दर आपके क्रेडिट स्कोर और लोन टेन्योर पर निर्भर करेंगी.

Published - March 17, 2024, 01:05 IST