विदेश यात्रा के लिए आपके पास पासपोर्ट होना अनिवार्य है. हालांकि कुछ देश ऐसे भी हैं जहां आप बिना पासपोर्ट के भी जा सकते हैं. लेकिन दुनिया के बड़े देशों में शुमार अमेरिका, लंदन, फ़्रांस जैसे देशों में घूमने, पढ़ाई करने या नौकरी के लिए जाने के लिए पासपोर्ट अनिवार्य है. आजकल हर इंसान अपना पासपोर्ट बनवा रहा है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आजकल कई देशों में यात्रा के लिए हेल्थ पासपोर्ट भी जरूरी हो गया है.
क्या होता है हेल्थ पासपोर्ट
कोरोना महामारी के बाद से विदेश यात्रा के नियमों में कई बदलाव हो गए हैं. इसके तहत अब कई देशों में सफ़र के लिए आपके पास हेल्थ पासपोर्ट होना अनिवार्य कर दिया गया है. हेल्थ पासपोर्ट एक तरह का मेडिकल सर्टिफिकेट है जिससे यह मालूम चलता है कि आपको कोई बीमारी तो नहीं है. इसमें दिल की बीमारी से लेकर कोरोना वायरस तक शामिल है. अगर आपके पासपोर्ट पर आपकी बीमारी का जिक्र होता है तो यात्रा के दौरान आप पर विशेष ध्यान दिया जाता है.
कैसे बनेगा हेल्थ पासपोर्ट?
– हेल्थ पासपोर्ट बनवाने के लिए आप पासपोर्ट सेंटर जाएं .
– यहां आपको हेल्थ फॉर्म मिलेगा, उसे सावधानी से भरें.
– इसके बाद आपकी मेडिकल जांच होगी, और फिर आपको हेल्थ पासपोर्ट मिल जाएगा.
– आप चाहें तो एयरपोर्ट पर भी इसे बनवा सकते हैं.
– एयरपोर्ट पर इसे बनवाने के लिए आपको एयरपोर्ट पर ही इसके फॉर्म मिल जाएगा.
– इस फॉर्म को भरकर एयरपोर्ट अधिकारी से प्रमाणित करवा लें.
– हेल्थ पासपोर्ट डिजिटल और कागजी दोनों हो सकता है.
– कई बार इसे पासपोर्ट के साथ ही अपडेट कर दिया जाता है.
– कई बार एयरपोर्ट पर सर्टिफिकेट की तरह एक कागज दिया जाता है, जिसमें आपकी बीमारी का जिक्र होता है.
हेल्थ पासपोर्ट के फायदे
हेल्थ पासपोर्ट के कई फायदे हैं. अगर यात्रा के दौरान आपकी तबीयत ख़राब हो जाती है तो आपको तुरंत इलाज मिलेगा. इसके अलावा यात्रा के दौरान आपको सहूलियत का विशेष ध्यान रखा जाएगा. ये पासपोर्ट उन लोगों के लिए ज्यादा महत्वपूर्ण है जो महीने में कई बाद विदेश यात्रा करते हैं. कुल मिलाकर आप हेल्थ पासपोर्ट की मदद से बिना किसी रूकावट और खतरे अपनी यात्रा को पूरी कर सकते हैं.