Bundelkhand Expressway Toll: उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर मुफ्त का सफर अब खत्म हो गया है. बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर टोल टैक्स की वसूली बुधवार से शुरू हो गई है. यानी अब इस मार्ग से गुजरने के लिए आपको शुल्क का भुगतान करना होगा. पिछले साल 16 जुलाई को शुरू हुए 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर यात्रा करने वाले यात्रियों को अब टोल शुल्क देना पड़ेगा.
चार लेन वाला यह एक्सेस-नियंत्रित एक्सप्रेस-वे इटावा को, औरैया, जालौन, हमीरपुर, महोबा और बांदा होते हुए चित्रकूट से जोड़ता है. यानी अब दिल्ली से चित्रकूट जाने में ज्यादा समय नहीं लगेगा. इस एक्सप्रेस-वे के पूरा होने से दिल्ली की दूरी घटकर सिर्फ 7-8 घंटे रह गई है. अब इस सड़क पर टोल की वसूली शुरू हो गई है. उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) ने इस टोल कलेक्शन की जिम्मेदारी महाराष्ट्र की इंद्रदीप कंस्ट्रक्शन कंपनी को दी है.
कितना देना पड़ेगा टोल चार्ज?
उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर लगाए जाने वाले टोल रेट का भी ऐलान कर दिया है.टोल दर तय करने के लिए इस सड़क पर चलने वाले वाहनों को पांच कैटेगरी में बांटा गया है. कार या अन्य किसी हल्के वाहन के लिए आपको एक तरफ से 620 रुपए टोल देना होगा, जबकि 24 घंटे के भीतर वापसी के लिए कुल 993 रुपए देने पड़ेंगे. मिनी बस और टेंपो के लिए 990 रुपए टोल देना होगा. बड़े बस और ट्रक के लिए 1995 रुपए का टोल देना होगा. वहीं भारी वाहनों के आवागमन के लिए भारी 3000 रुपए टोल टैक्स का भुगतान करना पड़ेगा. वहीं, बड़े वाहनों यानी 7 एक्सल को 3900 रुपए टोल के रूप में भुगतान करना पड़ेगा.
हर साल बढ़ेंगे टोल चार्जेज!
यूपीडा के सूत्रों के अनुसार, बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर हर साल टोल टैक्स में 10 फीसद की बढ़ोतरी होगी. यानी आने वाले समय में आपको इस सड़क पर चलने के लिए और ज्यादा टोल देना पड़ सकता है. गौरतलब है कि इस एक्सप्रेस वे का काम रिकॉर्ड 8 महीने के भीतर पूरा किया गया था. बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का उद्घाटन पिछले साल 16 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. यह एक्सप्रेस वे 296 किलोमीटर लंबा है और इस पर 18 फ्लाईओवर और 14 बड़े पुल बनाए गए हैं. इसके साथ ही चार रेलवे ओवरब्रिज और 266 छोटे पुल भी बनाए गए हैं.