महिला सम्मान योजना में निवेश किसके लिए फायदेमंद?

जो महिलाएं बिना जोखिम के निश्चित रिटर्न और छोटा निवेश करना चाहती हैं उनके लिए यह स्कीम काम की है.

महिला सम्मान योजना में निवेश किसके लिए फायदेमंद?

काम्या को मिसेस शर्मा उन्हें महिला सम्मान स्कीम में निवेश की सलाह दे रही हैं. इस बात को लेकर काम्या अपनी सहेली मानसी के साथ उनका मखौल उड़ा रही हैं. काम्या और मानसी को पता ही नहीं है कि मिसेस शर्मा तो बड़े काम की बात कर रही हैं. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2023-24 के बजट में एक विशेष बचत योजना का ऐलान किया था जिसका नाम है ”महिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट” स्कीम. अगर काम्या और मानसी की तरह आप भी इस योजना के बारे में नहीं जानते, तो चलिए हम आपको बताते हैं कि ये स्कीम क्या है? इसमें कितना रिटर्न मिलता है? कितना निवेश करना चाहिए?

कैसी है योजना?
महिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट एक सरकारी स्मॉल सेविंग्स स्कीम है, जो विशेष रूप से महिलाओं के लिए है. इसे लाने की मुख्य वजह निवेश और वित्तीय व्यवस्था में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना है. स्कीम के तहत, 1 अप्रैल 2023 से 31 मार्च 2025 तक खाता खुलवाया जा सकता है. यह स्कीम सिर्फ दो साल के लिए है. फिलहाल, यह स्कीम 1.59 लाख पोस्ट ऑफिस में मौजूद है.

कैसे खुलेगा खाता?
महिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट योजना में अकाउंट खुलवाने के लिए आपको फॉर्म-1 भरना होगा… इसमें कम से कम 1000 रुपए और ज्यादा से ज्यादा 2 लाख रुपए जमा किए जा सकते हैं. फिर चाहे वो एक अकाउंट के जरिए हों या एक से ज्यादा अकाउंट के सहारे. नाबालिग लड़कियों के नाम से उनके अभिभावक यानी माता-पिता खाता खोल सकते हैं… इसमें मैच्योरिटी पीरियड 2 साल का है. उदाहरण के लिए, अगर आप एक जुलाई 2023 को निवेश करते हैं तो दो साल बाद यानी एक जुलाई 2025 को ब्याज के साथ पैसा वापस मिल जाएगा.

कितनी लोकप्रिय स्कीम?
महिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट स्कीम की लोकप्रियता का अंदाजा खाता खुलने की रफ्तार से लगाया जा सकता है… एक रिपोर्ट के मुताबिक, 1 अप्रैल 2023 से मई महीने के आखिर तक यानी दो महीने में 5 लाख महिलाओं ने इसमें निवेश किया है. इससे सरकारी खजाने में 3,666 करोड़ रुपए आए हैं. इसका मतलब है एक खाते में औसतन 73 हजार रुपए से ज्यादा जमा हुए हैं. जल्द ही बैंकों में भी यह स्कीम शुरू होने की उम्मीद है. जिससे कलेक्शन तेजी से बढ़ने के आसार हैं.

रिटर्न का गणित
महिला सम्मान स्कीम में निवेश पर रिटर्न को समझते हैं… इस स्कीम में निवेश करने पर सालाना 7.5 फीसद का फिक्स्ड रिटर्न है. ब्याज का एडजस्टमेंट तिमाही आधार पर होता है. उदाहरण के लिए, अगर मानसी या काम्या में से कोई अभी एक लाख रुपए लगाता है तो 7.5 फीसदी ब्याज पर दो साल बाद उन्हें 1 लाख 16 हजार रुपए मिलेंगे… यानी 16 हजार रुपए ब्याज मिलेगा… इसी तरह, डेढ़ लाख रुपए निवेश करने पर मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने पर 1 लाख 74 हजार रुपए मिलेंगे, जिसमें 24,000 रुपए ब्याज से कमाई है… 2 लाख रुपए लगाने पर 2 लाख 32 हजार रुपए हासिल होंगे. मैच्योरिटी पर रकम निकासी के लिए फॉर्म-2 भरना होगा.

कब निकाल सकते हैं पैसे?
अब बात आती है कि क्या मैच्योरिटी पीरियड यानी 2 साल से पहले इस स्कीम से पैसे निकाल सकते हैं तो जवाब है हां. खाता खुलवाने के एक साल बाद आंशिक निकासी यानी आंशिक निकासी की सुविधा है. हालांकि, खाते में जमा कुल रकम का 40 फीसद ही निकाला जा सकेगा. वहीं अगर अकाउंट होल्डर की मृत्यु हो जाती है. या उसे कोई जानलेवा बीमारी हो गई तो भी खाता बंद किया जा सकता है. इसके लिए जरूरी दस्तावेज देने होंगे. खाता खोलने के 6 महीने के बाद बिना किसी वजह के भी इसे बंद किया जा सकता है लेकिन ऐसे में ब्याज दर घटकर 5.5 फीसदी रह जाएगी.

टैक्स का हिसाब
आमतौर पर ज्यादातर स्मॉल सेविंग्स स्कीम टैक्स बेनेफिट के साथ आती हैं. महिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट में इस तरह की कोई राहत नहीं दी गई है. हालांकि, TDS कटौती से छूट मिली हुई है. ब्याज से कमाई आपकी टोटल इनकम में जुड़ेगी. और जिस टैक्स स्लैब में आप आते हैं उस हिसाब से टैक्स लगेगा.

अब आप जान गए होंगे महिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट के बारे में. ऐसी महिलाएं, जो बिना जोखिम के फिक्स्ड रिटर्न और छोटा निवेश करना चाहती हैं. उनके लिए यह स्कीम काम की साबित हो सकती है. इस स्कीम में खाता खुलवाने के लिए फॉर्म-1, KYC फॉर्म भरना होगा. आधार कार्ड, पैन कार्ड, एड्रेस प्रूफ देना होगा.

Published - June 28, 2023, 07:00 IST