Investment: मई से लेकर जुलाई तक का महीना कर्मचारियों के लिए खास होता है. इन महीनों से कर्मचारियों के खाते में बढ़ी हुई सैलरी (Salary Hike) आने लगती है. दरअसल, मार्च के बाद से सभी कंपनियां अपने कर्मचारियों के अप्रेजल (Appraisal and Increment) की प्रक्रिया शुरू कर देती है. अप्रेजल के तहत कर्मचारियों के साल भर के प्रदर्शन के आधार पर उनकी सैलरी में बढ़ोतरी होती है. इसके अलावा, अप्रेजल में कर्मचारियों को बोनस भी मिलता है. मई महीने से लेकर जून तक में लगभग सभी कंपनियां अप्रेजल का काम पूरा कर, कर्मचारियों के खाते में बढ़े हुए पैसे भेजना शुरू कर चुकी होती हैं. अगर आपको भी अप्रेजल मिल गया है तो अब आपके खाते में बढ़ी हुई सेलरी आने लगेगी. ऐसे में, जरूरी है कि आप अपने बढ़े हुए वेतन को सही जगह इन्वेस्ट करें. ताकि ये बढ़ा हुआ पैसा आगे भी आपको फायदा देता रहे. आइए जानते हैं आप कहां-कहां निवेश कर सकते हैं.
म्यूचुअल फंड
पिछले कुछ समय से म्यूचुअल फंड में निवेश का क्रेज बढ़ा है. आप भी अप्रेजल में मिलने वाले पैसे को म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं. आप इसके लिए किसी अच्छे सलाहकार से राय लेकर कोई बढ़िया म्यूचुअल फंड देखें. इसके तहत आप ऐसे म्यूचुअल फंड का चुनाव करें जिसका रिकॉर्ड अच्छा रहा हो और मंथली एसआईपी बनवा कर इसमें निवेश शुरू कर दें. आपकी इस रकम का लॉन्ग टर्म में आपको बढ़िया मुनाफा मिल सकता है. इसमें सालाना आधार पर बेहतर रिटर्न मिलता है.
आरडी है बढ़िया विकल्प
अगर आपको म्यूचुअल फंड की समझ नहीं है और इस वजह से इसमें निवेश नहीं करना चाहते हैं तो बैंक आरडी का विकल्प चुन सकते हैं. यह एक सुरक्षित निवेश है जिसमें आपको हर महीने कुछ रकम आरडी खाते में डालना होगा. इस खाते पर आपको ब्याज मिलता है. इसके लिए आप एक बार अच्छे से पड़ताल कर लें, जिस बैंक आरडी पर ज्यादा ब्याज मिल रहा है, आप वहां निवेश कर सकते हैं.
बैंक एफडी
अगर एरियर के रूप में बड़ी रकम मिली है तो उसकी एफडी करा सकते हैं. छोटे निवेशकों के लिए एफडी भी सुरक्षित निवेश का जरिया माना जाता है. इसमें आपके निवेश की रकम एक फिक्स्ड समय के लिए लॉक हो जाती है. इस स्कीम के मैच्योरिटी पर आपको इसका ब्याज मिलेगा.
शेयर मार्केट
अगर आप बड़ा फायदा चाहते हैं और आप में रिस्क लेने की क्षमता है तो आप शेयर मार्केट में निवेश कर सकते हैं. आप किसी अच्छी और भरोसेमंद कंपनी का स्टॉक खरीद सकते हैं. लेकिन निवेश से पहले किसी एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट निशा सांघवी ने अप्रेजल को लेकर जबरदस्त प्लान बताया है. उनका कहना है कि जिनका भी अप्रेजल हुआ है, उन्हें सबसे पहले यह देखना चाहिए कि कितना परसेंट अप्रेजल हुआ है. अगर सैलरी बढ़ी है तो सबसे पहले अपना निवेश बढ़ाइए. इसके अलावा, अगर आपका कोई लोन है तो जैसे पर्सनल लोन है तो वो ज्यादा इंटरेस्ट पर होगा इसलिए उसे पहले उसका भुगतान करें. अगर आपको इन्क्रीमेंट के साथ बोनस भी मिला है और आपकी हाउसिंग लोन है तो सबसे पहले होम लोन का भुगतान करें, क्योंकि अब होम लोन के इंटरेस्ट रेट बहुत बढ़ गए हैं.
होम लोन भुगतान करने के लिए टेन्योर उतना ही रखें EMI को कम कीजिए. EMI का जो डिफ़रेंस आएगा उसे इक्विटीज में निवेश कीजिये. 5 साल में आपका ये निवेश 10-12 प्रतिशत से बढे़गा और इसको आप लोन में पे-ऑफ कर लोन से मुक्त हो सकते हैं. इसके अलावा, आप अपने घर के लिए इलेक्ट्रॉनिक गैजेट खरीदना चाहते हैं, तो उसे आप बोनस से कर सकते हैं. अगर आपका कोई शॉर्ट टर्म गोल है तो उसे लिक्विड फॉर्म में रखें, ताकि 6-8 महीने में आपको उसका लाभ मिल सकेगा. अगर आपने अब तक खुद को और अपने परिवार वालों को इंश्योरेंस से प्रोटेक्ट नहीं किया है तो तत्काल लाइफ इंश्योरेंस और हेल्थ इंश्योरेंस ले लें. आपका अगर अप्रेजल और बोनस हुआ है तो अपने वर्तमान और भविष्य की आर्थिक सुरक्षा के लिए निवेश जरूर कीजिए.