CERT-In Alert for Apple iTunes and Google Chrome: सरकार ने एप्पल आईट्यून्स और गूगल क्रोम यूजर्स को अलर्ट किया है. इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉस टीम (CERT-In) ने बताया है कि साइबर हैकर्स डिवाइस में मैलवेयर के जरिये यूजर्स को चूना लगा सकते हैं. उन्होंने ये भी बताया कि क्रोम डेस्कटॉप यूजर्स और Apple iTunes यूजर्स दोनों को ही सतर्क रहने की जरूरत है. साइबर हैकर्स दोनों को टारगेट कर रहे हैं. CERT-In ने इसके लिए एक एडवाइजरी जारी की है.
CERT-In ने अपनी एडवाइजरी में कहा है कि यूजर्स को बेहद सतर्क रहने की जरुरत है. इस सॉफ्टवेयर में विंडोज के लिए 12.13.2 से पहले के Apple iTunes को शामिल किया गया है. ऐसे में, हैकर्स पहले टारगेटेड यूजर्स को पहले हैक करने की कोशिश कर सकते हैं. इसमें यूजर्स के पास रिक्वेस्ट भेजकर उन्हें निशाना बनाया जा सकता है. इस एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि जो लोग विंडोज के लिए 124.0.6367.201/.202 वर्जन का इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें सतर्क ज्यादा रहने की जरूरत है. इसके अलावा, ऐसे यूजर्स जो लिंक्स के लिए 124.0.6367.201 को यूज कर रहे हैं उन्हें भी सतर्क रहने की जरूरत है.
Apple iTunes: अगर आप Apple iTunes के यूजर हैं तो आपको हैकर्स की तरफ से एक विशेष तरह की रिक्वेस्ट भेजी जा सकती है. अगर आप इस रिक्वेस्ट को स्वीकार करते हैं, तो वे आपके डिवाइस में मैलवेयर इंस्टॉल कर सकते हैं. यानी आपके मोबाइल में उनकी सीधी एंट्री हो जाएगी.
Google Chrome: अगर आप गूगल क्रोम के यूजर हैं तो हैकर्स आपको एक विशेष रूप से तैयार किए गए HTML पेज पर विजिट करने के लिए लुभा सकते हैं. अगर आप हैकर की जाल में फंसते हैं और इस पेज को खोलते हैं, तो हैकर्स आपके डिवाइस में मैलवेयर इंस्टॉल कर सकते हैं.
अपने मोबाइल को लेकर कंपनियों की तरफ से जारी लेटेस्ट सिक्योरिटी अपडेट्स को डाउनलोड जरुर करें. क्रोम का पुराना वर्जन है तो उसे तुरंत अपडेट कर लें. किसी भी तरह की लिंक पर क्लिक करने से पहले एक नजर जरुर डालें. गलती से भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें. मैसेज रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट न करें. डिवाइस को वायरस और मैलवेयर से बचाने के लिए अपने डिवाइस में एक विश्वसनीय एंटी-वायरस और एंटी-मालवेयर सॉफ्टवेयर जरुर इंस्टाल करें, ताकि इस तरह के हैकर्स से आपका डिवाइस सुरक्षित रहे
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