दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी स्मार्टफोन कंपनी बनी Xiaomi एप्पल जैसी दिग्गज कंपनी को छोड़ा पीछे

Xiaomi: रिसर्च फर्म के आंकड़ों के मुताबिक, दूसरी तिमाही में सैमसंग की 19 फीसद, Xiaomi की 17 फीसद और एप्पल की 14 फीसद हिस्सेदारी थी

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Xiaomi: Xiaomi स्मार्टफोन के क्षेत्र में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी बन गई है. कैनालिस के शुरुआती अनुमानों के मुताबिक, शिपमेंट में 83 फीसद की उछाल के साथ Xiaomi पिछली तिमाही में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी स्मार्टफोन निर्माता कंपनी बन गई है.

ऐसा पहली बार है कि प्रेशर कुकर से लेकर गेमिंग मॉनिटर तक हर चीज का निर्माण करने वाली चीनी कंपनी Xiaomi ने सैमसंग और एप्पल के वर्चस्व को चुनौती दी है.

Xiaomi की 17 फीसद हिस्सेदारी

सस्ते स्मार्टफोन बनाने के लिए मशहूर xiaomi ने एप्पल जैसी कंपनी को पीछे छोड़ दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी बन गई है.

रिसर्च फर्म के आंकड़ों के मुताबिक, दूसरी तिमाही में सैमसंग की 19 फीसद, Xiaomi की 17 फीसद और एप्पल की 14 फीसद हिस्सेदारी थी.

पहले की तरह 19 फीसद हिस्सेदारी के साथ सैमसंग अब भी बाजार में पहले पायदान पर है. जबकि एप्पल जैसी दिग्गज कंपनी को काफी नुकसान हुआ अब वो तीसरे नंबर की कंपनी बन गई है.

कैनालिस के रिसर्च मैनेजर बेन स्टैंटन ने बताया कि xiaomi स्मार्टफोन का औसत बिक्री मूल्य लगभग 40 फीसद से 75 फीसद तक सस्ता है.जो कि सैमसंग और एप्पल जैसी बड़ी कंपनियों की तुलना में काफी कम है.

बेन स्टैंटन ने कहा कि इस साल Xiaomi की प्राथमिकता अपने प्रोडक्ट की बिक्री को बढ़ाना है. लेकिन xiaomi के लिए यह काम आसान नहीं होगा क्योंकि बाजार में उसका मुकाबला ओप्पो और वीवो जैसी कंपनियों से है, जो इसी की तर्ज पर सस्ते फोन बनाती हैं.

2011 में अपना पहला स्मार्टफोन लॉन्च किया था

Xiaomi ने साल 2011 में अपना पहला स्मार्टफोन लॉन्च किया था और कुछ ही समय बाद साल 2014 में देश की सबसे बड़ी स्मार्टफोन निर्माता कंपनी बन गई थी.

बीते कुछ महीनों में कंपनी ने तरह तरह के फोन लॉन्च किए हैं. कंपनी का मुख्य फोकस कैमरे की गुणवत्ता और बैटरी बैकअप को बढ़ाना है.

कंपनी की कोशिश है कि ग्राहकों के पसंद के अनुरूप उनके बजट के हिसाब से नए स्मार्टफोन तैयार किए जाएं. जिससे मार्केट में कंपनी की आसानी से मजबूत पकड़ बन सके.

कुछ समय पहले हुवावे ने एप्पल को पछाड़कर दूसरे पायदान पर अपना वर्चस्व जमा लिया था. कुछ समय के बाद ही हुवावे को अमेरिका में कई तरह के प्रतिबंधों का सामना करना पड़ा जिसकी वजह से कंपनी प्रतिस्पर्धा की दौड़ से बाहर हो गई थी

Published - July 18, 2021, 12:27 IST