अबूधाबी में चल रही WTO की शीर्ष बैठक में एक सहमति बनाने की कोशिशें तेज हो गई हैं. फिलहाल किसी किसी बड़े नतीजे की उम्मीद नहीं दिख रही है, लेकिन सकारात्मक संकेत वाले निष्कर्ष की कवायद जारी है. इन्हीं प्रयासों के तहत WTO सम्मेलन का समय एक दिन के लिए बढ़ाने का फैसला हुआ है. अब बैठकों का दौर आज दोपहर तक चलेगा. संकेत है कि अगर कुछ विषयों पर बात बनी सहमति को बिंदुओ को बताने वाला साझा बयान आ सकता है नहीं तो फिर सम्मेलन के अध्यक्ष मेजबान अबूधाबी के वाणिज्य मंत्री डा. थानी बिन अहमद की ओर से अध्यक्षीय बयान से काम चलाना पडेगा.
ताजा सूचना के मुताबिक स्थानीय समय के अनुसार अब शुक्रवार की दोपहर 1 बजे के बाद घोषणा दस्तावेज जारी होगा जिसे गुरुवार की शाम को जारी होना था. गुरुवार को समिट में जिस तरह की गहमाकहमी थी, उसे देखते हुए लग रहा था कि इसका समय एक दिन के लिए बढ़ सकता है.
सूत्रों के अनुसार सम्मेलन की घोषणा को करीब दो दर्जन हिस्सों पर सहमति बन गई है. परंतु सबसे विवादित मुद्दों जैसे खाद्य सुरक्षा, निवेश, फिशिंग, ई कॉमर्स, विदेश से धन प्रेषण यानी रेमिटांस पर गहरे मतभेद बने हुए हैं.
ग्लोबल व्यापार के चार प्रमुख पक्ष भारत अमेरिका, चीन और यूरोपीय समुदाय और बडे देश आस्ट्रेलिया कनाडा अपने रुख पर कायम हैं. यह साल दुनिया के बडे चुनावों का है इसलिए मतभेद खासे मुखर रहे हैं.
वार्ताओं के सबसे अंतिम चरण में यूरोपीय समुदाय के कृषि को लेकर पर्यावरण सुरक्षा के नियम जोड़ने पर दबाव बनाया है जिसका भारत सहित कई देशों ने विरोध किया. अनिवासियों आने वाले धन (रेमिटांस) टैक्स को लेकर भारत के प्रस्ताव अमेरिका सहमति नहीं है. सूत्र बता रहे हैं कि विकसित देश ई कॉमर्स ट्रांसमिशन को लंबे समय तक शुल्क मुल्क रखना चाहते हैं. समझौते के लिए दो साल तक इसे और बढ़ाये जाने पर बात चल रही है.