World SME Day: नितिन गडकरी ने कहा, MSME दूर कर सकते हैं बेरोजगारी की समस्या

केंद्रीय MSME मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि ये सेक्टर भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और इससे बेरोजगारी की समस्या को दूर हो सकती है.

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गडकरी ने कहा कि MSME सेक्टर को बढ़ावा देने से देश अपनी असली आर्थिक ताकत का इस्तेमाल कर सकता है.

गडकरी ने कहा कि MSME सेक्टर को बढ़ावा देने से देश अपनी असली आर्थिक ताकत का इस्तेमाल कर सकता है.

भारत की असली आर्थिक क्षमताओं का सही इस्तेमाल तभी हो सकता है जबकि स्मॉल और मीडिय साइज एंटरप्राइजेज (SME) को सपोर्ट और बढ़ावा दिया जाए. TV9 नेटवर्क के प्रस्तुत किए गए वर्ल्ड SME कॉन्क्लेव में यही भावना निकलकर सामने आई है.

केंद्रीय माइक्रो, स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइजेज मिनिस्टर नितिन गडकरी ने कहा है कि ये सेक्टर भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और इससे बेरोजगारी की समस्या को दूर करने में मदद मिल सकती है.

उन्होंने कहा, “MSME ने 11 करोड़ नौकरियां पैदा की हैं. बेरोजगारी देश की सबसे बड़ी चुनौती है. इस सेक्टर को बढ़ावा देकर बेरोजगारी की समस्या का हल निकाला जा सकता है. हम GDP ग्रोथ में 40 फीसदी का योगदान करने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं. साथ ही एक्सपोर्ट में 60 फीसदी इजाफा और अतिरिक्त 5 करोड़ नौकरियां पैदा करना हमारा टारगेट है. मेरा मानना है कि सभी पक्षों का सहयोग इसमें जरूरी है तभी भारत इस महामारी की पैदा की गई चुनौती से उबर पाएगा.”

गडकरी ने कहा, “हमें अपना एक्सपोर्ट बढ़ाना होगा और इंपोर्ट घटाना होगा. मिसाल के तौर पर, ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में मेरा टारगेट 3 साल में एक्सपोर्ट को 12 लाख करोड़ रुपये पर ले जाना है. इसके साथ ही हम इलेक्ट्रिक कारों, ट्रकों, बसों और बाइक्स का मैन्युफैक्चरिंग हब बन सकते हैं. लेकिन, इसके लिए हमें सभी स्टेकहोल्डर्स की मदद की जरूरत होगी.”

गडकरी ने कहा, “मैं चाहता हूं कि MSME स्टॉक एक्सचेंजों का फायदा उठाएं और एक्सपोर्ट आधारित इकाइयां विदेशी निवेशकों की मदद से ग्रोथ कर सकती हैं.”

TV9 नेटवर्क के सरकार के आत्मनिर्भर भारत के विजन में सपोर्ट के बारे में नेटवर्क के CEO बरुण दास ने देश में मजबूत SME सेक्टर की जरूरत पर जोर दिया.

उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि MSME सेक्टर से ही भारत अपनी असली आर्थिक ताकत को हासिल कर पाएगा. यूनिसेफ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में 2030 तक करीब 31 करोड़ सेकेंडरी स्कूल ग्रेजुएट होंगे जो कि नौकरी करने लायक होंगे. क्या हम इतनी नौकरियां देने के लिए तैयार हैं? इन शिक्षित युवाओं का क्या होगा.”

उन्होंने कहा, “TV9 देश का सबसे बड़ा न्यूज नेटवर्क है और हम अपनी भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं. इस काम के लिए हमने फाइनेंशियल इनक्लूजन को जमीनी स्तर पर पहुंचाने के लिए मनी9 को लॉन्च किया है जो कि देश का पहला बहुभाषी पर्सनल फाइनेंस प्लेटफॉर्म है.”

उन्होंने कहा, “मुझे ये बताते हुए गर्व हो रहा है कि हमने रीजनल स्टार्टअप अवॉर्ड लॉन्च किए हैं. मैं सरकार की प्रतिस्पर्धी SME खड़े करने की प्रतिबद्धता में सपोर्ट करने के लिए TV9 नेटवर्क के निश्चय को फिर से दोहराना चाहता हूं.”

BSE के मैनेजिंग डायेरक्टर और सीईओ आशीष कुमार चौहान ने कहा है कि SME के रास्ते में एक्सपर्ट फाइनेंशियल प्रोफेशनल्स की कमी एक बड़ा रोड़ा रही है.

उन्होंने कहा, “ज्यादातर आंत्रप्रेन्योर्स खुद ही कंपनी के वित्तीय कामकाज देखते हैं क्योंकि वे एक सीएफओ या सीए नहीं रख सकते. BSE में हमारे यहां SME प्लेटफॉर्म है जहां 336 कंपनियों ने अभी तक 3,500 करोड़ रुपये जुटाया है और इनका मार्केट कैप गुजरे सात साल में 27,000 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. ये कंपनियां इक्विटी बेचने के अलावा बैंकों से अतिरिक्त पैसा जुटा सकती हैं.”

V-Trans के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर आदित्य शाह ने कहा है कि उनकी कंपनी की ग्रोथ स्टोरी MSME के लिए एक उदाहरण हो सकती है.

उन्होंने कहा, “MSME सेक्टर में काफी बदलाव हुए हैं. हमने इन्हें गुजरे वर्षों के दौरान बढ़ते देखा है. V-Trans ने गुजरे 20 वर्षों में 20 फीसदी की कंपाउंडेड ग्रोथ हासिल की है. 2000 में हमारा टर्नओवर 19 करोड़ रुपये था. आज कंपनी का रेवेनय्ू 1,000 करोड़ रुपये है. हम दूसरी SME के लिए बड़ा उदाहरण हो सकते हैं.”

Published - June 27, 2021, 06:02 IST