IMF के 2021 में भारत की ग्रोथ के 12.5 फीसदी का अनुमान दिए जाने के बाद अब विश्व बैंक ने भी कहा है कि ग्लोबल ग्रोथ के तेज रफ्तार से आगे बढ़ने में भारत की अहम भूमिका रहेगी. वर्ल्ड बैंक (World Bank) के प्रेसिडेंट डेविड मालपास ने कहा है कि वैश्विक ग्रोथ में तेजी की अगुवाई अमरीका, भारत और चीन करेंगे. हालांकि, उन्होंने कुछ देशों में कोविड-19 महामारी के टीकाकरण और औसत आय में बढ़ती असामानता पर चिंता भी जताई है.
उन्होंने कहा है, “ग्रोथ में तेजी के बावजूद असमानता बढ़ने की भी चिंताएं मौजूद हैं. इनमें वैक्सीनेशन को लेकर गैर-बराबरी है, औसत आमदनी कुछ देशों में उतनी तेजी से नहीं बढ़ रही, बल्कि ये नीचे भी जा सकती है. इसके अलावा, ब्याज दरों में अंतर है, गरीब मुल्कों को ज्यादा ब्याज चुकाना पड़ रहा है और इन देशों में ग्लोबल ब्याज दरों की तर्ज पर कमी नहीं आई है.”
मालपास ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और विश्व बैंक की वर्चुअल सालाना स्प्रिंग बैठक की शुरुआत में कहा कि ये एक अच्छी खबर है कि भारत, चीन और अमरीका की अगुवाई में ग्लोबल ग्रोथ में तेजी आ रही है. इन देशों में अर्थव्यवस्थाओं ने तेजी से रिकवरी की है.
इस बैठक में टीकाकरण, मौसम परिवर्तन, डेट और रिकवरी जैसे मसलों पर फोकस रहेगा.
वर्ल्ड बैंक (World Bank) के प्रेसिडेंट ने बैंकरप्सी प्रोसेस में भी असामानता की बात कही. उन्होंने कहा कि सार्वभौम देशों में इसके प्रावधान न होने से गरीब देश कर्ज के बोझ से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि कर्ज मिलने में भी असमानता है. उदाहरण के तौर पर, छोटे बिजनेस, नए कारोबारियों, नया बिजनेस शुरू करने वाली महिलाओं को आसानी से कर्ज नहीं मिल पा रहा है.
मालपास के अनुसार, वर्ल्ड बैंक और आईएमएफ G20 के साझा फ्रेमवर्क और कर्जों के संबंध में बने हुए हालात पर लगातार काम कर रहे हैं.
एक सवाल के जवाब में मालपास ने कहा कि खासतौर पर यूरोप में वैक्सीनेशन की सुस्त रफ्तार एक चिंता का विषय है.
उन्होंने कहा, “यह निराशाजनक है कि हम हर दिन खबरों में देशों को अलग-अलग चुनौतियों का सामना करते देखते हैं. कुछ देशों में ज्यादा वैक्सीन होने के साथ ही उम्मीद है कि बाकी जगहों पर भी वैक्सीनेशन की रफ्तार में तेजी आएगी. रेगुलेटरी एजेंसियों को भी ज्यादा वैक्सीनेशन को अनुमति देने की दिशा में काम करना चाहिए.”
उन्होंने यह भी कहा कि लोगों द्वारा टीका लेना सुरक्षित रहने और ग्लोबल रिकवरी का अहम भाग है. उन्होंने कहा, “मैं यह साझा करना चाहता हूं कि जी 20 बैठक में जर्मनी ने वैक्सीन के कारण अपनी जीडीपी ग्रोथ के घटने का अनुमान लगाया है. प्रयास है कि ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन पूरी दुनिया में उपलब्ध होनी चाहिए.”