टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया ने जियो और एयरटेल के खिलाफ 5जी टेलीकॉम सेवा में प्रिडेटरी प्राइसिंग यानी बाजार को बिगाड़ने वाली दरों को लेकर टेलकॉम रेग्युलेटर ट्राई में शिकायत की है. इस शिकायत पर ट्राई कदम उठा सकता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्राई की तरफ से जियो और एयरटेल को 5जी सेवा में अनलिमिटेड डेटा सेवा देने से रोका जा सकता है.
वोडाफोन ने ट्राई में शिकायत की थी कि जियो और एयरटेल लागत से बहुत कम दरों पर 5जी टेलीकॉम सेवा दे रहे हैं. फ़ाइनेंशियल एक्सप्रेस ने अपने सूत्रों के हवाले से कहा है कि मामले की जांच के बाद ट्राई ने माना है कि टैरिफ के साथ मनमानी नहीं की जा सकती क्योंकि वे लागत से कम नहीं हैं. इसके अलावा, 4G की दरों पर 5G की पेशकश को बाजार बिगाड़ने वाला नहीं कहा जा सकता है. हालांकि अखबार के सूत्र ने कहा है कि ट्राई के मुताबिक टैरिफ नियमों के तहत अनलिमिटेड डेटा की पेशकश करना टैरिफ नियमों के खिलाफ़ है इसलिए दोनों को इसे बंद कर देना चाहिए और नियमों का पालन करना चाहिए. इसका मतलब है कि Jio और Airtel 4G दरों पर अपने डेटा प्लान जारी रख सकते हैं लेकिन आने वाले समय में 5G जैसे-जैसे पैर पसारेगा. 5G टैरिफ़ प्लान्स से जुड़े नियमों सख़्ती देखने को मिल सकती है जिसमें संभव है कि 5G का अनलिमिटेड डेटा देना जियो-एयरटेल जैसी टेलीकॉम कंपनियों को मुश्किल हो जाए.
क्या है व्यवस्था
अभी यदि ग्राहक नया बिलिंग सायकल शुरू होने से पहले अपनी डेटा लिमिट खत्म कर लेते हैं तो 4जी प्लान्स के तहत टेलीकॉम कंपनियां उनकी डेटा स्पीड को घटाकर 64 KBPS कर देती हैं. साथ ही कंपनियों को इस बारे में जानकारी अपनी वेबसाइट पर टैरिफ प्लान्स के साथ देनी होती है. इतना ही नहीं. 50 फीसदी, 90 फीसदी और 100 फीसदी डेटा के इस्तेमाल की सूचना भी ग्राहकों तक SMS के ज़रिए देनी होती है.
बता दें 5G सेवाओं को लॉन्च करने के सात महीनों के भीतर, Jio और Airtel के सामूहिक रूप से 50 मिलियन से अधिक ग्राहक हो गए हैं, जिनकी औसत डेटा खपत लगभग 8-9 GB है. दोनों ऑपरेटरों ने सामूहिक रूप से 5,600 से अधिक शहरों और कस्बों में सेवाएं शुरू की हैं. नोकिया के अनुसार, प्रति माह प्रति उपयोगकर्ता 19.5 जीबी डेटा की खपत 2027 तक दोगुनी से अधिक लगभग 43 जीबी हो सकती है और इसमें बड़ा हाथ 5G का होगा.