Unlock 2: मार्केट फिर से खुलने के साथ, कोविड के नियमों के उल्लंघन के मामले एक बार फिर से बढ़ रहे हैं और सार्वजनिक स्थानों पर आसानी से लोगों को बिना मास्क के देखा जा सकता है. देश की कैपिटल दिल्ली में तैनात डिस्ट्रिक्ट एनफोर्समेंट अधिकारियों की टीमों द्वारा रोजाना लगभग 6,000-7,000 चालान जारी किए जा रहे हैं. कई बाजारों में नियमों की अनदेखी की रिपोर्ट मिलने के बाद, संबंधित अधिकारियों ने बाजारों और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर और टीमों को तैनात किया है.
दो दिनों में 13,000 से अधिक चालान जारी किए गए हैं और 11 जिलों में 149 टीमें तैनात की गईं हैं. हालांकि, दिए गए टारगेट को पूरा करने में सभी जिले खराब प्रदर्शन कर रहे हैं. हर जिले को हर दिन लगभग 1,000 चालान जारी करने चाहिए ताकि लोगों को नियमों के प्रति जागरूक करके उनमें जिम्मेदारी की भावना पैदा की जा सके.
30 जून को प्रवर्तन कार्रवाई( एनफोर्समेंट एक्शन) के मामलों में सभी जिलों में, दक्षिण पूर्व जिला 1,055 मामलों के साथ टॉप पर है, इसके बाद शाहदरा 781 मामलों के साथ, उत्तर 747 मामलों के साथ, उत्तर पूर्व 703 मामलों के साथ, मध्य दिल्ली 584 मामलों के साथ, जबकि दक्षिण पश्चिम 363 मामलों के साथ सबसे निचले पायदान पर है.
दिल्ली ने विभिन्न इकोनॉमिक एक्टिविटी को चरणबद्ध तरीके से मंजूरी दी है. अनलॉक 31 मई से शुरू हुआ और पहले फेज में सरकार ने केवल औद्योगिक क्षेत्रों में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट और कंस्ट्रक्शन एक्टिविटी को प्रतिबंधों के साथ परमीशन दी. बाजार, मॉल, रेस्तरां, जिम और योग संस्थानों को बाद में परमिशन दी गई.
24 मई को, 11 जिलों में कोविड नियम उल्लंघन के केवल 3,833 मामले दर्ज हुए, वहीं 30 जून को दर्ज मामलों की ये संख्या बढ़कर 6,643 हो गई. एक एनफोर्समेंट अधिकारी ने कहा-“लॉकडाउन के हटने से बाजारों में भीड़ हो गई है जिसकी वजह से प्रशासन का पूरा ध्यान नियमों के सख्ती से पालन कराए जाने की तरफ बढ़ गया है.”
नियमों का सख्ती से पालन न करने पर अधिकारी चालान जारी करते हैं ताकी लोगों में कोविड नियमों के बारे में जागरूकता पैदा की जा सके और उन्हें जिम्मेदारी का एहसास कराया जा सके. जैसे कि मास्क पहनना, सार्वजनिक स्थानों पर ना थूकना.
इस बीच, मार्केट एरिया में पिछले एक महीने में कोविड की स्थिति में काफी सुधार देखा गया है. 24 मई को जहां राजधानी के बाजारों में कुल 67 कंटेनमेंट जोन थे वहीं मौजूदा स्थिति को देखते हुए कंटेनमेंट जोन की संख्या 30 जून को घटाकर केवल तीन कर दी गई.
पूर्वी जिला प्रशासन ने हाल ही में कोविड नियमों की अनदेखी के चलते लक्ष्मी नगर मार्केट को बंद कर दिया था और भीड़ के मूवमेंट पर नजर रखने के लिए कुछ बाजारों में बैरिकेड लगाए गए थे. “शॉप ओनर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि उनके परिसर में कोविड के नियमों का सख्ती से पालन किया जाए. वे अपने स्तर पर जागरूकता भी पैदा कर रहे हैं, लेकिन उन्हें उनके परिसर के बाहर नियमों के उल्लंघन के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है. फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया व्यापार मंडल (दिल्ली) के महासचिव देविंदर जैन ने कहा, यह सुनिश्चित करना जिला अधिकारियों का काम है कि बाहर नियमों का पालन किया जाए.