हजारों करोड़ रुपये के घोटाले के आरोपी नीरव मोदी के भारत आने का रास्ता आखिरकार साफ हो गया. CBI के मुताबिक, ब्रिटेन के गृह मंत्री ने हीरा कारोबारी मोदी के प्रत्यर्पण को हरी झंडी दे दी है. नीरव मोदी पर पंजाब नेशनल बैंक (PNB) को करीब 12 हजार करोड़ रुपये का चूना लगाने का आरोप है.
हालांकि, फरवरी में कोर्ट ने उनके खिलाफ पर्याप्त सबूत होने की बात मान ली थी और उनकी सभी दलीलों को खारिज कर दिया था. कोर्ट ने यह भी माना था कि नीरव मोदी ने सबूत मिटाने और गवाहों को धमकाने की साजिश रची. जमानत को लेकर नीरव मोदी के कई प्रयास मजिस्ट्रेट अदालत और उच्च न्यायालय में खारिज कर दिए गए थे.
खराब मानसिक स्वास्थ्य की दलील खारिज
नीरव ने बचने के लिए कोर्ट में मानसिक स्वास्थ्य का हवाला दिया था लेकिन कोर्ट ने कहा कि ऐसी परिस्थिति में यह असामान्य बात नहीं है. जज ने बताया कि नीरव मोदी को मुंबई के आर्थर रोड जेल में पर्याप्त चिकित्सा दी जाएगी और मानसिक स्वास्थ्य देखभाल भी की जाएगी. जज ने कहा कि नीरव मोदी को भारत भेजने पर आत्महत्या का कोई खतरा नहीं है क्योंकि आर्थर रोड जेल में पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं.
कभी अरबपतियों में गिने जाते थे नीरव मोदी
फोर्ब्स के मुताबिक, 2017 में नीरव मोदी की कुल दौलत 180 करोड़ डॉलर (करीब 11, 700 करोड़ रुपए) थी. नीरव मोदी की कंपनी का मुख्यालय मुंबई में है. मार्च 2018 में नीरव मोदी ने न्यूयॉर्क में बैंकरप्सी प्रोटेक्शन के तहत याचिका दायर की थी.