कोरोना महामारी के कम होने के बाद लगभग सभी बिजनेसों में अच्छी खासी ग्रोथ देखी जा रही है. डिजिटाइजेशन पर फोकस भी महामारी के बाद काफी ज्यादा बढ़ा है. इस वजह से टॉप बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज फर्म्स में लोगों की डिमांड काफी ज्यादा बढ़ गई है. इस डिमांड को पूरा करने के लिए कंपनियां हायरिंग (Hiring) ओवरड्राइव पर है. उन्होंने देश के इंजीनियरिंग कॉलेजों और बिजनेस स्कूलों में कैंपस हायरिंग (Hiring) बढ़ा दी है.
फाइनेंस, ऑपरेशन्स, ट्रेजरी, रिस्क, एनालिटिक्स, रिसर्च, इन्वेस्टमेंट बैंकिंग और कॉर्पोरेट बैंकिंग में नौकरियों के अलावा, इस वर्ष बड़ा फोकस टेक्नोलॉजी रोल्स पर है. ऐक्सिस बैंक पिछले साल की तुलना में अपनी कैंपस हायरिंग को 50% बढ़ाने की योजना बना रहा है. वहीं 2022 के लिए गोल्डमैन सैस के इंडिया कैंपस हायरिंग में 27% की बढ़ोतरी होगी, जिसमें इंटर्न सहित 1,900 से अधिक लोगों को हायर किया जाएगा. जेपी मॉर्गन फुल टाइम एनालिस्ट की कैंपस हायरिंग में 23% और इंटर्न हायरिंग में 38% की बढ़ोतरी करेगा. इसके अलावा सिटी, डच बैंक और मास्टरकार्ड सहित अन्य भी लोगों को हायर कर रहे हैं.
इकोनॉमिक टाइम्स ने गोल्डमैन सैस सर्विसेज की को-हेड दीपिका बनर्जी के हवाले से लिखा, 2022 में, हमारे कैंपस हायर में ग्रेजुएट कॉलेजों, इंजीनियरिंग कॉलेजों और बिजनेस स्कूलों में क्रमशः 43%, 24% और 6% की बढ़ोतरी होगी. यह बिजनेसों में ग्रोथ और भारत में विश्व स्तरीय प्रतिभा की उपलब्धता को दर्शाता है. भारत में फर्म की कैंपस हायरिंग रणनीति का एक प्रमुख एलिमेंट इंटर्नशिप के माध्यम से टैलेंट को शामिल करना है.
जेपी मॉर्गन के इंडिया कॉरपोरेट सेंटर्स के एचआर हेड गौरव अहलूवालिया ने कहा, टेक्नोलॉजी और टेक्नो-फंक्शनल रोल्स के लिए सबसे ज्यादा लोगों की जरूरत है. वहीं एक्सिस बैंक के एचआर हेड राजकमल वेम्पति ने कहा, हम अपनी हायरिंग को बढ़ा रहे हैं. महामारी से उबरने के बाद कोर और न्यू एज स्किल्स की डिमांड में काफी तेज बढ़ोतरी हुई है.
आने वाले वर्ष में, मास्टरकार्ड ने लॉन्चर्स प्रोग्राम के तहत 2022 के बैच से लगभग 500 ग्रैजुएट्स को सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट इंजीनियरिंग, डेटा इंजीनियरिंग, एनालिटिक्स कंसल्टिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अन्य क्षेत्रों में हायर करने की योजना बनाई है. IIM अहमदाबाद जैसे कैंपस में कंपनियों की संख्या में उछाल देखा जा रहा है. प्लेसमेंट कमेटी के चेयरपर्सन अंकुर सिन्हा ने कहा कि हाल के समर प्लेसमेंट के दौरान पिछले साल की तुलना में इन्वेस्टमेंट बैंकिंग, मार्केट रिसर्च और एसेट एंड वेल्थ मैनेजमेंट रोल ऑफर करने वाली कंपनियों की संख्या में 27 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.