टमाटर की ऊंची कीमतों के कारण अगस्त में शाकाहारी (Veg) थाली की कीमत एक साल पहले की तुलना में 24 प्रतिशत बढ़ गई है. एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. हालांकि, क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिटिक्स की मासिक ‘रोटी चावल दर’ रिपोर्ट में बृहस्पतिवार को कहा गया कि जुलाई की तुलना में लागत में थोड़ी कमी आई है.
अगस्त में उच्च आधार पर शाकाहारी थाली की कीमत में माह-दर-माह मामूली गिरावट आई है और मुख्य रूप से टमाटर की कीमतों में मजबूती के कारण इस वित्त वर्ष में दूसरी बार इसमे सालाना आधार पर बढ़ोतरी हुई है. इसमें कहा गया है कि मांसाहारी थाली की कीमत साल-दर-साल आधार पर 13 प्रतिशत बढ़ी है. शाकाहारी थाली की कीमत में 24 प्रतिशत की वृद्धि में से 21 प्रतिशत वृद्धि का कारण केवल टमाटर की कीमत है, जो साल-दर-साल 176 प्रतिशत बढ़कर अगस्त में 102 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई, जबकि पिछले साल अगस्त में यह 37 रुपये प्रति किलोग्राम थी.
रिपोर्ट के अनुसार, मांसाहारी थाली के लिए, वृद्धि कम थी क्योंकि ब्रॉयलर की कीमत, जो लागत में 50 प्रतिशत से अधिक का योगदान करती है, में सालाना आधार पर एक से तीन प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इसमें कहा गया है कि अगस्त में एक साल पहले की तुलना में वनस्पति तेल की कीमत में 17 प्रतिशत और आलू की कीमत में 14 प्रतिशत की गिरावट आई, जिससे थाली की लागत कुछ हद तक कम हो गई.
रिपोर्ट में कहा गया है कि सितंबर में थाली की कीमतें गिर सकती हैं क्योंकि टमाटर की खुदरा कीमत महीने-दर-महीने आधी होकर 51 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई हैं. इसके अलावा, 14.2 किलोग्राम एलपीजी सिलेंडर की कीमत, जो अगस्त में 1,103 रुपये थी, सितंबर से घटाकर 903 रुपये कर दी गई है, इससे उपभोक्ताओं को अधिक राहत मिल सकती है.