Tokyo Olympics: टोक्यो से भारत के लिए एक और खुशखबरी आई है. भारत की एक और बेटी ने टोक्यो ओलंपिक में अपना मेडल पक्का कर लिया है। ये मेडल लवलीना बोर्गोहेन (Lovlina Borgohain) के पंच से पक्का हुआ है. महिलाओं के वेल्टरवेट कैटेगरी के क्वार्टर फाइनल का मुकाबला जीत भारत की लवलीना ने सेमीफाइनल में जगह बनाई है. भारतीय मुक्केबाज लवलीना ने चाइनीज ताइपे की मुक्केबाज को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई. इसके साथ ही टोक्यो ओलंपिक में भारत का एक और मेडल पक्का हो गया है.
This is a BIG punch ❤️
You continue to make us proud #LovlinaBorgohain and keep India’s flag high & shining at #TokyoOlympics2020.
Well done 👏 @LovlinaBorgohai pic.twitter.com/RYFACkNXUN
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) July 30, 2021
यह टोक्यो ओलिंपिक में भारत का दूसरा मेडल होगा. सेमीफाइनल में लवलीना का मुकाबला अब नंबर वन सीड तुर्की की मुक्केबाज से होगा. चीनी ताइपे की मुक्केबाज के खिलाफ लवलीना ने अपना पहला राउंड 3-2 से जीता. इसके बाद दूसरे राउंड में पांचों जजों का फैसला लवलीना के पक्ष में गया. तीसरे राउंड में चीनी ताइपे की मुक्केबाज ने वापसी की पूरी कोशिश की, लेकिन लवलीना ने अपने बेहतर डिफेंस से चीनी ताइपे मुक्केबाज के हमलों को बेकार कर दिया.
चीनी ताइपे मुक्केबाज के खिलाफ ये लवलीना की चौथी फाइट थी. इससे पहले हुए 3 मुकाबले में वो हर बार चीनी ताइपे के मुक्केबाज के खिलाफ हारीं थीं. लेकिन टोक्यो ओलिंपिक की रिंग में उन्होंने इतिहास का रुख मोड़ दिया.
पहले बनना चाहती थीं किक बॉक्सर
देश के लिए ओलिंपिक का मेडल पक्का करने वाली लवलीना पहले किक बॉक्सर बनना चाहती थीं. उन्होंने बॉक्सिंग को बाद में चुना. लवलीना की दो बड़ी बहनें लीमा और लीचा किक बॉक्सर हैं. लवलीना भी पहले किक बॉक्सिंग किया करती थीं. फिर बाद में उन्होंने बॉक्सिंग का रूख कर लिया. लवलीना ने साल 2012 से बॉक्सिंग की ट्रेनिंग शुरू की थी.
ब्रॉन्ज मेडल हुआ पक्का
लवलीना की पिछले 9 साल की मेहनत का परिणाम आज टोक्यो ओलंपिक में देखने को मिला है. लवलीना ने चौथी सीड बॉक्सर को हराकर भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल पक्का कर दिया है. अब इस ब्रॉन्ज मेडल को सिल्वर या गोल्ड में बदलने के लिए लवलीना को नंबर एक सीड मुक्केबाज का सामना करना है.