ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी टाटा मोटर्स (Tata Motors) अपने कमर्शियल व्हीकल्स (commercial vehicles) के दाम 1 अक्टूबर से करीब दो प्रतिशत बढ़ाने (price hike) जा रही है. कंपनी ने मंगलवार को कहा कि बढ़ती लागत (input cost) की भरपाई के लिए उसने यह फैसला लिया है. वाहनों के मॉडल और वेरिएंट के आधार पर कीमतों में वृद्धि की जाएगी.
स्टील और प्रेशियस मेटल जैसे कच्चे माल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं. इनके कारण इनपुट कॉस्ट में बढ़ोतरी हो रही है. इस लिए कंपनी ने प्रॉडक्ट्स की कीमतें बढ़ाने का निर्णय लिया है.
टाटा मोटर्स देश की सबसे बड़ी कमर्शियल व्हीकल मैन्युफैक्चरर है. यह ट्रक, बस और हल्के कमर्शियल वाहन बनाती है. कंपनी का कहना है कि वह उत्पादन के तमाम स्तरों पर इनपुट कॉस्ट को कुछ हद तक घटाने पर जोर दे रही है. बीते एक साल में कच्चे माल महंगे होते चले गए हैं.
इस महीने (सितंबर) की शुरुआत में देश की सबसे बड़ी कार निर्माता मारुति सुजुकी इंडिया (MSI) ने सिलेरियो को छोड़कर बाकी सभी प्रॉडक्ट्स के दाम में 1.9 प्रतिशत तक वृद्धि की थी. उसने भी इनपुट कॉस्ट बढ़ने के कारण यह फैसला लिया था.