इलेक्ट्रिक वाहनों में इस्तेमाल होने वाली लिथियम आयन बैटरी के उत्पादन में चीन का वर्चस्व है. वहीं टाटा समूह अब बैटरी उत्पादन के क्षेत्र में चीन के एकाधिकार को चुनौती देने जा रहा है. समूह ने इसको लेकर सस्ती लागत पर ऑटो और एनर्जी सॉल्यूशन्स के लिए बैटरी उत्पादन की योजना बनाई है. साथ ही साथ कम एनर्जी खर्च और सस्ती श्रम के दम पर बैटरी के लिए एक्सपोर्ट हब बनने की भी योजना है. समूह ने गुजरात में लिथियम आयन सेल के लिए मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने का फैसला किया है. बता दें कि गुजरात में समूह के द्वारा लगाया जाने वाला यह प्लांट देश का पहला लिथियम आयन सेल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट होगा.
टाटा समूह लिथियम आयन सेल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के ऊपर 13 हजार करोड़ रुपए का निवेश करेगा. जानकारी के मुताबिक मैन्युफैक्चरिंग प्लांट की कैपिसिटी 20 गीगावॉट होगी. गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा है कि गुजरात सरकार और टाटा समूह के बीच राज्य में देश की पहली लीथियम आयन सेल की मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर हुए हैं.
टाटा समूह के इस कदम से राज्य में बड़ी संख्या में रोजगार पैदा होने की उम्मीद लगाई जा रही है. बता दें कि टाटा मोटर्स की विदेशी सब्सिडियरी जगुआर लैंड रोवर ने वित्त वर्ष 2026 तक सालाना 3 अरब पाउंड का निवेश करने की योजना बनाई है. एक्सचेंजों की दी गई जानकारी में कंपनी ने इसका खुलासा किया है. योजना के तहत वित्त वर्ष 2030 तक जगुआर लैंड रोवर ने 30 अरब पाउंड से ज्यादा की बिक्री का लक्ष्य बनाया है. वहीं वित्त वर्ष 2024 में कंपनी ने 28 अरब डॉलर से ज्यादा की बिक्री का अनुमान लगाया है.