सावधान! सभी IPO सोने की खान नहीं होते

अभी पर्याप्त तरलता, कम ब्याज दर और नए निवेशकों की संख्या में वृद्धि से घरेलू इक्विटी बाजार को समर्थन मिल रहा है.

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दिसंबर 2019 से अगस्त 2021 के बीच खोले गए डीमैट खातों की संख्या 70% से अधिक बढ़कर 6.9 करोड़ रही है.

दिसंबर 2019 से अगस्त 2021 के बीच खोले गए डीमैट खातों की संख्या 70% से अधिक बढ़कर 6.9 करोड़ रही है.

इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि कई गुना सब्सक्राइब हुआ आईपीओ लिस्टिंग के बाद भी निवेशकों को अच्छा रिटर्न देना जारी रखेगा. आंकड़ों से पता चला है कि साल 2021 में कई गुना सब्सक्राइब हुए कम से कम आठ ऐसे आईपीओ हैं, जो इश्यू प्राइस की तुलना में 3% से 33% तक डिस्काउंट पर ट्रेड कर रहे हैं. निवेशकों को यह समझना चाहिए कि शेयर बाजार के साथ ही आईपीओ भी जल्दी पैसा कमाने का साधन नहीं हैं. स्टॉक या आईपीओ का चयन करते समय निवेशकों को अच्छे से जानकारी जुटानी चाहिए.

हाल ही में आए पब्लिक ऑफर्स की बात करें, तो कृष्णा डायग्नोस्टिक्स, जो पिछले महीने 66.48 गुना ओवरसब्सक्राइब हुआ था, अब 954 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले लगभग 9% की गिरावट के साथ ट्रेड कर रहा है. इसी तरह, CarTrade Technologies के शेयर इश्यू प्राइस के मुकाबले 7% की गिरावट के साथ ट्रेड कर रहे हैं. यह शेयर 16 अगस्त, 2021 को शेयर बाजारों में सूचीबद्ध हुआ था. इसी तरह सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस (33% गिरावट), विंडलास बायोटेक (18% गिरावट), इंडियन रेलवे फाइनेंस (12% गिरावट), ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज (6.53% गिरावट) और नुवोको विस्टास कॉर्पोरेशन (3.59% गिरावट) के साथ ट्रेड कर रहे हैं. आईपीओ में निवेश करते समय कंपनी के वैल्यूएशन पर ध्यान देना हमेशा जरूरी होता है.

अभी पर्याप्त तरलता, कम ब्याज दर और नए निवेशकों की संख्या में वृद्धि से घरेलू इक्विटी बाजार को समर्थन मिल रहा है. दिसंबर 2019 से अगस्त 2021 के बीच खोले गए डीमैट खातों की संख्या 70% से अधिक बढ़कर 6.9 करोड़ रही है. इससे भी आईपीओ में लिक्विडिटी आई है. ये कारक स्थायी नहीं हैं और इसलिए निवेशकों को हमेशा एक ऐसी कंपनी में निवेश करना चाहिए, जिसमें एक मजबूत बैलेंस शीट, गुणवत्ता प्रबंधन और भविष्य के विकास की संभावनाएं हों.

कुल मिलाकर, 2021 में बाजार में आए 80% आईपीओ अपने निर्गम मूल्य की तुलना में बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं. वहीं, पिछले साल बाजार में आए सभी पब्लिक ऑफर्स में अब तक 800% तक की तेजी आई है. केवल संघर्ष का समय ही बताता है कि आगे बढ़ने वाले लाभ के साथ कितने बने रहेंगे. जैसा कि दिग्गज निवेशक वॉरेन बफे ने कहा था, “केवल जब ज्वार निकल जाता है, तब ही आपको पता चलता है कि कौन नग्न तैर रहा है.”

Published - September 15, 2021, 09:19 IST