Sputnik-v: भारत में विकसित कोविड-19 की वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सीन के बाद अब रूस में तैयार की गई स्पूतनिक–वी (Sputnik-v) वैक्सीन भी जल्द ही देश के सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर मुफ्त में लगाई जाने वाली है.
रूसी कोविड वैक्सीन स्पूतनिक-वी के देश में इस्तेमाल को सेंट्रल रिसर्च इंस्टीट्यूट कसौली की सेंट्रल ड्रग्स लैबोरेट्री की ओर से मान्यता मिलने के बाद अब यह टीका जल्द ही सरकारी टीका केंद्रों पर मुफ्त में उपलब्ध होगा.
केंद्र के कोविड-19 वर्किंग ग्रुप के अध्यक्ष, डॉ. एन के अरोड़ा के मुताबिक स्पूतनिक-वी वैक्सीन जल्द सरकारी टीकाकरण के तहत लोगों के लिए मुफ्त में उपलब्ध होगी.
उन्होंने कहा कि फिलहाल स्पूतनिक-वी निजी अस्पतालों में ही उपलब्ध है. इसकी आपूर्ति को देखते हुए हम कोशिश कर रहे हैं कि यह वैक्सीन जल्द ही केंद्र सरकार के मुफ्त टीकाकरण कार्यक्रम के तहत लोगों को उपलब्ध कराई जाए.
उन्होंने उम्मीद जताई कि इससे आने वाले हफ्ते में सरकारी टीकाकरण में एक बार फिर से तेजी देखने को मिलेगी.
अरोड़ा ने बताया कि स्पूतनिक–वी वैक्सीन को माइनस 18 डिग्री सेल्सियस तापमान पर रखना होता है. इसलिए पोलियो वैक्सीन रखने में काम आने वाली कोल्ड चेन फैसिलिटीज को स्पूतनिक वी टीके को स्टोर करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाएगा.
इस तरह कोविड वैक्सीन को वैक्सीन देश के ग्रामीण इलाकों तक पहुंचाया जाएगा. उन्होंने कहा कि फिलहाल देश में कोविड वैक्सीन की आपूर्ति में मुख्य हिस्सा कोविशील्ड और कोवैक्सीन टीकों का ही है.
इन दोनों वैक्सीन का उत्पादन बढ़ाने के साथ ही स्पूतनिक-वी वैक्सीन की आपूर्ति और मॉडर्ना व जायडस कैडिला की नई वैक्सीनों का आना कोविड टीके की दैनिक कवरेज को 50 लाख से बढ़ाकर 80 लाख तक कर सकता है.
उसके बाद के सप्ताहों में वैक्सीन डोज की संख्या प्रतिदिन एक 1 करोड़ तक भी जा सकती है.
केंद्रीय स्वास्थ मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक अब तक देशभर में कुल करीब 34 करोड़ टीके की डोज लोगों को दी जा चुकी हैं.
जुलाई महीने के अंत तक और 12-16 करोड़ टीके लगाए जाएंगे. केंद्र सरकार ने हाल ही में जारी किए गए अपने एक बयान में कहा था कि जुलाई माह के अंत तक देशभर में कुल 50 करोड़ डोज लगाई जाएंगी.