आर्थिक ग्रोथ को पटरी पर लाने के लिए टीकाकरण की गति में तेजी जरुरी: रिपोर्ट

Economic Growth: मई के दूसरे पखवाड़े के दौरान बिजली की खपत, ई-वे बिल और विदेशी पोर्टफोलियो निवेश प्रवाह में मामूली वृद्धि रही

Indian economy is coming back on track, industrial production reached the level before Covid

घरेलू आर्थिक गतिविधियों में तेजी को बताते हुए कहा गया है कि भारत का व्यापारिक आयात सितंबर में 56.4 बिलियन अमरीकी डॉलर के ऐतिहासिक मासिक उच्च स्तर को छू गया है, जबकि महीने के दौरान आयात में लगभग 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई. खासकर सोना, वनस्पति तेल और इलेक्ट्रॉनिक सामान में सबसे ज्यादा वृद्धि हुई है.

घरेलू आर्थिक गतिविधियों में तेजी को बताते हुए कहा गया है कि भारत का व्यापारिक आयात सितंबर में 56.4 बिलियन अमरीकी डॉलर के ऐतिहासिक मासिक उच्च स्तर को छू गया है, जबकि महीने के दौरान आयात में लगभग 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई. खासकर सोना, वनस्पति तेल और इलेक्ट्रॉनिक सामान में सबसे ज्यादा वृद्धि हुई है.

Economic Growth: वित्त मंत्रालय ने बुधवार को जारी अपनी मासिक आर्थिक रिपोर्ट में कहा कि आर्थिक वृद्धि की गति फिर से बढ़ाने के लिए कोविड-19 टीकाकरण की गति को तेज करना और बड़े पैमाने चलाना बहुत महत्वपूर्ण है.

मंत्रालय ने कहा, ‘‘कोविड-19 की दूसरी लहर की रफ्तार धीमी पड़ने, टीकाकरण अभियान के तेजी से सुधार और केंद्रीय बजट में नियोजित राजकोषीय उपायों से आने वाली तिमाहियों में निवेश प्रक्रिया बढ़ेगी.’’

रिपोर्ट में कोविड-19 की दूसरी लहर के प्रभाव के बारे में कहा गया है कि इसका मौजूदा तिमाही में विनिर्माण और निर्माण क्षेत्र पर प्रभाव हल्का रह सकता है.

रिपोर्ट में जोर देकर कहा गया कि आर्थिक सुधार की गति को फिर से हासिल करने के लिए टीकाकरण की गति और अभियान को तेज करना महत्वपूर्ण है.

रिपोर्ट में मंत्रालय ने कहा कि लोगों की जान और आजीविका बचाने के लिए स्वास्थ ढांचे में मजबूती, टीकाकरण में तेजी, वायरस के अलग प्रारूपों पर शोध, सोच विचार और पहले से भांपते हुये प्रतिबन्ध लगाना और कोविड19 से संबंधित दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करना बहुत जरुरी है.

रिपोर्ट के अनुसार मई के दूसरे पखवाड़े के दौरान बिजली की खपत, ई-वे बिल और विदेशी पोर्टफोलियो निवेश प्रवाह जैसे वास्तविक और वित्तीय क्षेत्रों में मामूली वृद्धि देखी गई.

देश में कोविड-19 की दूसरी लहर (COVID-19 Second Wave) की रफ़्तार पिछले कुछ दिनों में धीमी हुई है. पिछले कुछ दिनों से सक्रिय मामलों में भी लगातार कमी दर्ज की गई है. आंकड़ों के अनुसार आठ मई के आस-पास कोविड की दूसरी लहर अपने चरम पर थी उसके बाद इसमें कमी आई है.

रिपोर्ट में यह भी देखा गया कि देश में वित्त 2020-21 की दूसरी छमाही के दौरान अर्थव्यवस्था में ‘वी आकार’ (V-shaped Economic Recovery) यानी तेजी से सुधार देखने को मिला.

रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में अर्थव्यवस्था के 0.5 प्रतिशत और चौथी तिमाही में 1.6 प्रतिशत की अनुमानित वृद्धि से सालाना जीडीपी में पहले के आठ प्रतिशत गिरावट आने के मुकाबले दूसरी अग्रिम अनुमान में यह सुधरकर 7.3 प्रतिशत गिरावट रह गई.

Published - June 10, 2021, 07:24 IST