अब लद्दाख और मेघालय भी सौर ऊर्जा (Solar Energy) से रोशन होने की तैयारी कर हैं. भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (EESL) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी, कन्वर्जंस एनर्जी सर्विसेज लिमिटेड (CESL) ने मेघालय और केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के साथ लगभग 65 मेगावाट क्षमता की विकेंद्रीकृत सौर ऊर्जा वाले दो समझौता ज्ञापनों (MOU) पर हस्ताक्षर किए हैं. इस स्वच्छ ऊर्जा (Solar Energy) से पर्यावरण को तो लाभ होगा ही, साथ में नागरिकों के जीवन स्तर में भी सुधार आएगा. सौर ऊर्जा के इस्तेमाल से लोगों के खर्च में कटौती होगी, जो उनकी आय को बढ़ाने में सहायक होगी.
सीईएसएल ने मेघालय पावर डिस्ट्रीब्यूशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (एमईपीडीसीएल) के साथ 60 मेगावाट क्षमता वाले एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें पूर्वोत्तर राज्य मेघालय में पंप सेट, एलईडी लाइटिंग और कृषि के लिए सौर ऊर्जा का इस्तेमाल किया जाएगा. इसके साथ व्यापार के विकास में सौर ऊर्जा के साथ तालमेल बैठाना भी इस समझौते में शामिल है। वहीं, दूसरी ओर सीईएसएल, केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के साथ जंस्कार क्षेत्र में 5 मेगावाट क्षमता वाली विकेंद्रीकृत सौर ऊर्जा सहित विभिन्न स्वच्छ ऊर्जा और ऊर्जा दक्षता कार्यक्रमों को लागू करेगा.
इन साझेदारियों के बारे में अपने विचारों को व्यक्त करते हुए, सीईएसएल की सीईओ एवं एमडी, महुआ आचार्य ने कहा कि सीईएसएल के लिए ये सम्मान की बात है कि राज्य सरकार की एजेंसियों के साथ सीईएसएल, भारत के स्वच्छ और हरित भविष्य की दिशा में आगे बढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. उन्होंने आगे कहा, विकेन्द्रीकृत ऊर्जा भविष्य में आगे बढ़ने का रास्ता है- यह वितरण कंपनियां, जिन्हें डिस्कॉम कहा जाता है की लागत को कम करता है. इसके अलावा विकेंद्रीकृत ऊर्जा, बिजली की गुणवत्ता को बढ़ाता है और लोगों को ऊर्जा कुशल उपकरण प्रदान करते हुए हरित भविष्य के सपने को साकार करने का अवसर प्रदान करता है.
इस साझेदारी पर टिप्पणी करते हुए लद्दाख के उपराज्यपाल, आर के माथुर ने कहा कि लद्दाख के लिए ऊर्जा तक पहुंच बनाना बहुत ही महत्वपूर्ण है. उन्होंने आगे कहा कि लद्दाख सरकार नवीकरणीय ऊर्जा और ऊर्जा कुशल समाधान पहुंचाकर लद्दाख के लोगों के जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाना चाहती है. धीरे-धीरे इन प्रयासों को लद्दाख के दुर्गम इलाकों में भी लागू किया जा सकता है.
मेघालय विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक अरुण कुमार केम्भावी ने कहा कि सीईएसएल के साथ हुआ यह समझौता मेघालय को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने का काम करेगा. यह पहल ऊर्जा बचत को बढ़ावा देगा, ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन ( टी एंड डी) घाटे में कमी लाएगा और राज्य की सौर क्षमता निर्माण में मदद भी करेगा.
इन समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर, विश्व पर्यावरण दिवस की पृष्ठभूमि में किए गए, जिससे राज्यों को स्वच्छ, किफायती और विश्वसनीय ऊर्जा समाधान प्रदान किया जा सके. यह वैश्विक हरित शक्ति के रूप में भारत की स्थिति को मजबूती प्रदान करने और देश में स्वच्छ ऊर्जा फुटप्रिंट में योगदान देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
कन्वर्जंस एनर्जी सर्विसेज लिमिटेड (सीईएसएल), विद्युत मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) की शत-प्रतिशत स्वामित्व वाली एक सहायक कंपनी है. यह स्वच्छ, सस्ती और विश्वसनीय ऊर्जा प्रदान करने पर मुख्यत: केंद्रित है. सीईएसएल उन ऊर्जा समाधानों पर ध्यान देती है, जो नवीकरणीय ऊर्जा, विद्युत गतिशीलता और जलवायु परिवर्तन के समाधान के रूप में काम करती है.