भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक और माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला (Satya Nadella) को चेयरमैन बनाया गया है. माइक्रोसॉफ्ट ने बुधवार को मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) सत्या नडेला (Satya Nadella) को कंपनी का अध्यक्ष नामित किया है. सत्या नडेला (Satya Nadella) जॉन थॉम्पसन की जगह लेंगे. कंपनी ने बयान जारी कर इसकी जानकारी दी है. नडेला ने कंपनी को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है, जिसके बाद कंपनी ने उन्हें यह रिवॉर्ड दिया है. बताया जाता है कि नडेला (Satya Nadella) ने कंपनी के रेवेन्यु में काफी इजाफा करने में अहम भूमिका निभाई है.
माइक्रोसॉफ्ट ने एक बयान जारी सत्या नडेला (Satya Nadella) को कंपनी का चैयरमैन बनाए जाने की जानकारी दी. इसमें कहा है कि सीईओ सत्या नडेला (Satya Nadella) अब माइक्रोसॉफ्ट के नए चैयरमैन होंगे. नडेला से पहले थॉम्पसन कंपनी के चैयरमैन थे. थॉम्पसन अब प्रमुख स्वतंत्र निदेशक रहेंगे. वर्ष 2014 में थॉम्पसन ने बिल गेट्स के बाद माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन का पद संभाला था.
बता दें कि माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स अब कंपनी के बोर्ड में नहीं हैं. वे बिल एवं मेलिंडा गेट्स के परोपकारी कार्यों पर ध्यान दे रहे हैं. कंपनी ने हाल में ही प्रति शेयर 56 सेंट का तिमाही लाभांश देने का निर्णय लिया है.
सत्या नडेला वर्ष 2014 में माइक्रोसॉफ्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बने थे. इसके बाद सत्या नडेला ने लिंकडइन, न्यूनस कम्युनिकेशंस और जेनीमैक्स जैसी कई कंपनियों के अरबों डॉलर के अधिग्रहण में अहम भूमिका निभाई.
नडेला लंबे समय से माइक्रोसॉफ्ट के साथ जुड़े हैं और वे साल 1992 में एक यंग इंजीनियर के तौर पर कंपनी से जुड़े थे. इसके बाद उन्होंने काफी प्रगति की और आज चेयरमैन के पद तक पहुंच गए हैं. 1992 में कंपनी से जुड़ने के बाद उन्होंने 2000 में माइक्रोसॉफ्ट सेंट्रल का वाइस प्रेसिडेंट बनाया, उसके बाद वे माइक्रोसॉफ्ट बिजनेस सॉल्यूशन के कॉरपोरेट वाइस प्रेजिडेंट बने, इसके बाद उन्हें माइक्रोसॉफ्ट ऑनलाइन सर्विस का सीनियर वाइस प्रेजिडेंट बनाया गया.
उनकी सफलता का सिलसिला लगातार जारी रहा और फिर सत्या नडेला सर्वर एंट टूल्ट डिविजन के प्रेसिडेंट बने और उन्होंने कंपनी को काफी मुनाफा दिलाया. इसके बाद फरवरी, 2014 में उन्हें कंपनी की सीईओ बनाया और पिछले 7 साल से सीईओ के पद पर काम कर रहे हैं. इस दौरान उन्होंने कई ऐसे काम किए हैं, जिसकी वजह से कंपनी ने उन्हें चेयरमैन बनाने का फैसला किया है.
सत्य नडेला की वार्षिक आय 2018-19 में 66 प्रतिशत बढ़कर 4.29 करोड़ डॉलर (304.59 करोड़ रुपये) पर पहुंच गई. वैसे उनकी सैलरी 23 लाख डॉलर (16.33 करोड़ रुपये) बताई जाती है, लेकिन उनकी सैलरी में शेयर का भी हिस्सा है. इस वजह से शेयरों पर 2.96 करोड़ डॉलर (210.16 करोड़ रुपये) की कमाई हुई, जबकि 1.07 करोड़ डॉलर (75.97 करोड़ रुपये) गैर-शेयर प्रोत्साहन योजना से प्राप्त हुए.
सत्या नडेला का जन्म भारत के हैदराबाद में साल 1967 में हुआ था. उनके पिता एक प्रशासनिक अधिकारी और मां संस्कृत की लेक्चरर थीं. उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा हैदराबाद पब्लिक स्कूल से करने के बाद साल 1988 में मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी. इसके बाद वे कंप्यूटर साइंस में परास्नातक करने के लिए अमेरिका चले गए. उन्होंने 1996 में शिकागो के बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस से एमबीए किया.