Rule Changes From June: जून कई मायनों में आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होने वाला है. इस दौरान आपके पैसे से जुड़े कई बदलाव होने वाले हैं. इन बदलावों के बारे में जानना आपके लिए जरूरी है.
इस दौरान चेक पेमेंट का मेथड, स्मॉल सेविंग स्कीम की ब्याज दरें, सोने पर हॉलमार्किंग का नियम, इनकम टैक्स की वेबसाइट में होने वाले बदलाव (Rule Changes From June) शामिल हैं.
बैंक ऑफ बड़ौदा के ग्राहकों के लिए लागू होने वाले इस नियम को जानना बहुत जरूरी है. 1 जून से चेक पेमेंट के तरीके में बदलाव होने जा रहे हैं.
किसी भी तरह की धोखाधड़ी से बचने के लिए बैंक ने पॉजिटिव पे कन्फर्मेशन को अनिवार्य कर दिया है. यह एक तरह से धोखाधड़ी को पकड़ने का सिस्टम है.
अगर किसी ग्राहक ने 2 लाख रुपये का चेक जारी किया है, तो ग्राहक को अपने चेक के विवरण को पहले कन्फर्म करना होगा.
जैसे अगर कोई ग्राहक चेक जारी करता है, तो उसे अपने बैंक का विवरण देना होगा. उसके बाद बैंक उसके बारे में क्रॉस चेक करेगा. अगर इसमें किसी भी तरह की गलती दिखती है तो बैंक उसे लौटा देगा.
16 जून से हॉलमार्किंग (Gold Hallmarking) के नियम लागू होंगे. इसके बाद देश में सिर्फ हॉलमार्क वाली ज्वैलरी बिकेगी.
हालांकि, ये नियम इस साल जनवरी में लागू होना था. लेकिन, कोरोना की वजह से तारीख बढ़ाकर 1 जून कर दी गई थी.
फिर सरकार ने ढील देते हुए 15 जून तक के लिए टाल दिया. ऐसे में 16 जून से नियम लागू करने की योजना है.
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट अपना नया इनकम टैक्स ई-फाइलिंग पोर्टल (www.Incometaxgov.In) 7 जून को लॉन्च करने जा रहा है.
यह टैक्सपेयर्स के लिए अधिक सुविधाजनक हो सकता है. यही कारण है कि एक से छह जून तक ई फाइलिंग वेबसाइट बाधित रहेगी.
पुराने पोर्टल से नए पोर्टल पर माइग्रेशन के चलते डिपार्टमेंट पहले ही टैक्सपेयर्स को यह जानकारी दे चुका है. ऐसे में कोई कामकाज नहीं हो पाएगा.
नया ई-फाइलिंग पोर्टल टैक्सपेयर्स के लिए सुविधाजनक होगा. इससे रिफंड में तेजी आएगी, टैक्सपेयर एक सिंगल डैशबोर्ड के जरिए अपने सभी इंटरेक्शन, अपलोड और पेंडिंग कार्य देख सकेंगे. जिससे कि वो अपना स्टेटस आसानी से चेक कर सकेंगे.
बिना किसी टैक्स जानकारी के टैक्सपेयर आसानी से रिटर्न भर सकेंगे. उन्हें फ्री में आईटीआर तैयारी से लैस सॉफ्टवेयर उपलब्ध होगा. यह ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों मोड में रहेगा.
इसमें टैक्सपेयर की मदद के लिए संबंधित सवालों के जवाब भी होंगे. खास बात यह है कि इसमें डेटा एंटी बहुत कम करना होगा.
नए पोर्टल पर नया ऑनलाइन टैक्स पेमेंट सिस्टम मिलेगा. टैक्सपेयर्स के किसी भी बैंक खाते से टैक्स पेमेंट कर सकेंगे. पेमेंट के लिए नेटबैंकिंग, यूपीआई, क्रेडिट कार्ड और आरटीजीएस/ एनईएफटी समेत कई अन्य विकल्प मिलेंगे.
छोटी बचत योजनाओं जैसे पीपीएफ, एनएससी, सुकन्या समृद्धि स्कीम और केवीपी की ब्याज दरों में बदलाव हो सकता है.
इस तरह की योजनाओं पर सरकार हर तीसरे महीने में ब्याज दरों में बदलाव की घोषणा करती है. कई बार यह होता है कि पुरानी ब्याज दरों में संशोधन किया जाता है.
वित्त वर्ष 2020-21 की समाप्ति यानी 31 मार्च को ब्याज दरें जारी की गई थीं. जिन्हें 24 घंटे के अंदर ही वापस ले लिया गया था. अब 30 जून से नई ब्याज दरें फिर से लागू की जाएंगी. नई दरें 30 जून तक लागू हैं.