मार्च में फिर बढ़ी महंगाई, तो वहीं फरवरी इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन में गिरावट दर्ज

CPI का बढ़ना और IIP में गिरावट अर्थव्यवस्था के लिए चिंता खड़ी करता है. रिजर्व बैंक ने महंगाई लक्ष्य की ऊपरी सीमी 6 फीसदी रखी है.

Global inflation nearing peak, expected to reach pre-pandemic levels next year: IMF

IMF ने कहा कि मुद्रास्फीति में तेजी, विशेष रूप से उभरते बाजारों में अक्सर शार्प एक्सचेंज रेट डेप्रिसिएशन से जुड़ी होती है.

IMF ने कहा कि मुद्रास्फीति में तेजी, विशेष रूप से उभरते बाजारों में अक्सर शार्प एक्सचेंज रेट डेप्रिसिएशन से जुड़ी होती है.

महंगाई की मार बढ़ती जा रही है. रिटेल महंगाई लगातार तीसरे महीने बढ़ी है. मार्च में रिटेल महंगाई (CPI) बढ़कर 5.52 फीसदी रही है. खाद्य महंगाई भी बढ़कर 4.94 फीसदी हो गई है. इसके साथ ही फरवरी महीने के जारी इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (IIP) में गिरावट दर्ज की गई है. फरवरी में इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन में 3.6 फीसदी की दर से गिरावट आई है. फरवरी 2021 में IIP 129.4 पर आई जो फरवरी 2020 के मुकाबले 3.6 फीसदी कम है. सांख्यिकी मंत्रालय की ओर से ये दोनों आंकड़े जारी किए गए हैं.

महंगाई का बढ़ना और इंडस्ट्रियल आउटपुट में गिरावट आना अर्थव्यवस्था के लिए चिंता खड़ी करता है. आपको बता दें कि रिजर्व बैंक ने महंगाई लक्ष्य की ऊपरी सीमी 6 फीसदी रखी है.

महंगाई का बोझ बढ़ा

मार्च में रिटेल महंगाई (CPI) बढ़कर 5.52 फीसदी हो गई है जबकि फरवरी में ये 5.03 फीसदी थी. वहीं फरवरी 2021 में जहां खाद्य महंगाई 3.87 फीसदी पर थी वहीं मार्च में ये बढ़कर 4.94 फीसदी हो गई है. खाने-पीने के सामान में दालों की कीमतों में बड़ा उछाल दर्ज किया गया है. दालों की कीमतों में 13.25 फीसदी की बढ़त देखने को मिली. फलों के दाम 7.86 फीसदी बढ़े हैं और अंडों के भाव में 10.6 फीसदी की बढ़त आई है. हालांकि पिछले महीने सब्जियों की कीमतों में 4.8 फीसदी की कमी देखने को मिली.

अन्य सामान की बात करें तो ट्रांसपोर्ट और कम्यूनिकेशन सेवाएं 12.55 फीसदी महंगी हुई तो वहीं स्वास्थ्य सुविधाओं पर खर्च 6.17 फीसदी महंगा हुआ.

औद्योगिक उत्पादन में गिरावट

फरवरी में औद्योगिक उत्पादन पिछले साल की फरवरी के मुकाबले 3.6 फीसदी कम रही. वहीं अप्रैल 2020 से फरवरी 2021 के बीच इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन में 11.3 फीसदी की गिरावट आई है. माइनिंग में फरवरी के दौरान आउटपुट 5.5 फीसदी कम रहा तो वहीं मैन्युफैक्चरिंग में 3.7 फीसदी की गिरावट आई है. हालांकि इलेक्ट्रिसिटी ग्रोथ 0.1 फीसदी रही. रिफाइंड पेट्रोलियम प्रोजेक्ट्स के प्रोडक्शन में 9.5 फीसदी की कमी रही है, ट्रांसपोर्ट इक्विपमेंट में 19 फीसदी, बेसिक मेटल्स में 4.8 फीसदी, टेक्सटाइल प्रोडक्शन में 4.5 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है.

Published - April 12, 2021, 06:42 IST