Reliance Smartphones: रिलायंस अपने किफायती स्मार्टफोन (Reliance Smartphones) को 10 सितंबर को लॉन्च करने जा रहा है. कुल स्मार्टफोन में से लगभग एक चौथाई स्मार्टफोन ऐसे है जिनकी कीमत 7500 रुपये प्रति यूनिट से कम है. इससे कंपनी को FY24 तक 500 मिलियन ग्राहक आधार तक पहुंचने और एआरपीयू में 10-15 फीसदी का सुधार करने में मदद मिल सकती है. इस लॉन्च से पहले कंपनी के स्टॉक में भी एक महीने के भीतर लगभग 18 प्रतिशत की तेजी देखी गई है.गूगल के साथ साझेदारी में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड 5000 रुपये से 7500 रुपये के बीच एक एंट्री लेवल स्मार्टफोन लॉन्च करने वाली है. भारत में बिकने वाले कुल 43 करोड़ स्मार्टफोन में से करीब 25 फीसदी अफोर्डेबल सेगमेंट में हैं. इसलिए, इस सेगमेंट में कम लागत वाले सेट आरआईएल को फीचर फोन उपयोगकर्ताओं को स्मार्टफोन में तेजी से माइग्रेट करने में मदद करेंगे.
Jio के फीचर फोन उपयोगकर्ताओं के स्मार्टफोन को अपनाने से एवरेज रेवन्यू पर यूजर (ARPU) में बढ़ोतरी होगी. यदि फीचर फोन के आधे यूजर भी स्मार्टफोन को अपना लेते हैं तो इसमें लगभग 4000 करोड़ रुपये का इंक्रीमेंटल रेवेन्यू (incremental revenue) उत्पन्न हो सकता है.
सेल्स में बढ़ोतरी से बिजनेस को हुए प्रॉफिट को इंक्रीमेंटल रेवेन्यू कहते हैं. इसका उपयोग किसी विशेष उत्पाद, निवेश या मार्केटिंग कैंपेन से प्रत्यक्ष बिक्री से उत्पन्न अतिरिक्त राजस्व को निर्धारित करने के लिए किया जा सकता है जब बिक्री की मात्रा बढ़ गई हो.
इस कदम से RIL Jio के लिए लगभग 500 मिलियन ग्राहकों का ऐड्रेसेबल मार्केट खुल जाएगा. इसमें से लगभग 110 मिलियन कंपनी के मौजूदा ग्राहक होंगे जबकि अन्य 100 मिलियन मौजूदा एंट्री लेवल यूजर्स में से होंगे जो एक रिप्लेसमेंट की तलाश में होंगे.
भारत में स्मार्टफोन के लिए रिप्लेसमेंट साइकल लगभग 2.5-3 वर्ष है और देश में स्मार्टफोन की बिक्री का लगभग 85% रिप्लेसमेंट बाइंग के माध्यम से होता है.
एक बड़े ऐड्रेसेबल मार्केट से Jio के ग्राहक अधिग्रहण में तेजी आने की संभावना है. जून 2021 के अंत में इसका यूजर बेस 440 मिलियन था.
पिछली दो तिमाहियों में इसने 14-15 मिलियन नेट सब्सक्राइबर जोड़े. विश्लेषकों को उम्मीद है कि अगले दो वर्षों में कंपनी का यूजर बेस बढ़कर 500 मिलियन हो जाएगा.
जियो को चालू और अगले वित्त वर्ष में 154 रुपये और 183 रुपये का एआरपीयू हासिल करने की उम्मीद है. टैरिफ और सब्सक्राइबरों में बढ़ोतरी पर आधे से ज्यादा इंक्रीमेंटल अर्निंग ग्रोथ निर्भर करती है.
भारत में स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं का डेटा उपयोग FY21 के अंत में लगभग 11.5 जीबी प्रति माह हो गया, जो पांच साल पहले 3 जीबी था. सब्सक्राइबर ग्रोथ और टैरिफ में बढ़ोतरी का संयोजन तीन वर्षों में Jio के ऑपरेटिंग प्रॉफिट को दोगुना कर सकता है.