बैंक अपनी पहुंच बढ़ाने और शुल्क आय बढ़ाने पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं. इसी क्रम में सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब एंड सिंध बैंक (Punjab & Sindh Bank) ने एटीएम (ATM) नेटवर्क को दोगुना करने की योजना बनाई है. इतना ही नहीं पंजाब एंड सिंध बैंक चालू वित्त वर्ष में 50 नई शाखाएं भी खोलेगा. पंजाब एंड सिंध बैंक की अपना एटीएम नेटवर्क दोगुना कर 1600 करने की योजना है. अभी बैंक के देशभर में 800 एटीएम हैं.
क्या है योजना
पंजाब एंड सिंध बैंक के प्रबंध निदेशक स्वरूप कुमार साहा ने कहा कि नई शाखाओं के खुलने से कम लागत वाली जमा राशि बढ़ेगी और ऋण उत्पादों के क्षेत्र में प्रवेश करने में मदद मिलेगी. साहा ने कहा कि वह परिचालन दक्षता को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि लागत को किया जा सके. बैंक अपनी शुल्क आय बढ़ाने के लिए एटीएम नेटवर्क बढ़ाने की योजना पर काम कर रहा है. इसके अलावा डिजिटल बैंकिंग अनुभव में सुधार जैसे कदम भी उठाए जा रहे हैं.
एटीएम से होगी बैंक को कमाई
पंजाब एंड सिंध बैंक के एडी स्वरूप कुमार साहा का कहना है कि एटीएम नेटवर्क अपने आप में लाभ का एक केंद्र हो सकता है. क्योंकि अन्य बैंकों के ग्राहक एटीएम मशीन के इस्तेमाल पर प्रति लेनदेन लगभग 17 रुपए का भुगतान करते हैं. बैंक अपने प्रमुख बैंकिंग समाधान (सीबीएस) को उन्नत करने की प्रक्रिया में है. इससे डिजिटल यात्रा को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी और दक्षता भी बढ़ेगी.
शुल्कों से होती है मोटी कमाई
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और पांच बड़े निजी बैंकों ने 2018 से विभिन्न शुल्कों के रूप में ग्राहकों से 35,000 करोड़ रुपए वसूले हैं. इसमें खाते में न्यूनतम बैलेंस न रखने पर लगने वाला जुर्माना, अतिरिक्त एटीएम ट्रांजेक्शन और एसएमएस सर्विस चार्ज शामिल है. वित्त राज्य मंत्री भगवत कराड ने राज्यसभा में बताया कि सरकारी बैंकों और पांच निजी बैंकों (एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, इंडसइंड बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और आईडीबीआई बैंक) ने खाते में न्यूनतम बैलेंस न रखने वालों से 21,000 करोड़ रुपए से ज्यादा का शुल्क वसूला है.
8,000 करोड़ रुपए कमाए
वित्त राज्य मंत्री भगवत कराड के मुताबिक 2018 से सार्वजनिक और निजी बैंकों ने एटीएम से फ्री ट्रांजेक्शन लिमिट के बाद किए जाने वाले लेनदेन पर लगने वाले शुल्क से बैंकों ने 8,000 करोड़ रुपए कमाए हैं. इसके अलावा इन बैंकों ने ग्राहकों को भेजे जाने वाले एसएमएस सर्विस से 6,000 करोड़ रुपए की कमाई की है.
21 रुपए है ATM शुल्क
बैंक बचत खाते में न्यूनतम बैलेंस जमा न रखने पर ग्राहकों से शुल्क वसूलते हैं. ग्राहक को हर महीने अपने खाते में एक न्यूनतम राशि बनाए रखना आवश्यक होता है, जिसे मंथली एवरेज बैलेंस (MAB) कहते हैं. यह महानगरों से लेकर छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अलग-अलग है. आंकड़े की गणना हर महीने के अंत में की जाती है और इस राशि को बनाए रखने में विफलता के बदले जुर्माना लगाया जाता है. अलग-अलग बैंक महानगरों में 3,000 से 10,000 रुपए, शहरी क्षेत्रों में 2,000-5,000 रुपए और ग्रामीण इलाकों में 500-1,000 रुपए के बीच न्यूनतम बैलेंस रखने की शर्त लगाते हैं. खाते में न्यूनतम बैलेंस न रखने पर बैंक 400-500 रुपए के बीच शुल्क वसूलते हैं. इसके अलावा फ्री ट्रांजेक्शन लिमिट के बाद ATM से लेनदेन करने पर भी शुल्क लगता है. 01 जनवरी, 2022 से ATM पर ग्राहक शुल्क की अधिकतम सीमा 21 रुपए प्रति लेनदेन है.