जून महीना शुरू होते ही लोन लेने वाले ग्राहकों को दो सरकारी बैंकों पंजाब नेशनल बैंक (PNB) , बैंक ऑफ़ इंडिया (BOI) और निजी क्षेत्र के बैंक ICICI बैंक ने झटका दिया है. पंजाब नेशनल बैंक ने सभी टेन्योर पर मार्जिनल कॉस्ट लेंडिंग रेट (MCLR) में 10 बेसिस प्वाइंट और बैंक ऑफ इंडिया ने सभी टेन्योर पर MCLR में 5 बेसिस प्वाइंट बढ़ाया है. वहीं ICICI बैंक ने छह महीने और एक साल की अवधि पर 5 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की है लेकिन एक और तीन महीने की MCLR में 15 बेसिस प्वाइंट से कटौती की है.
PNB की नई ब्याज दरें
पंजाब नेशनल बैंक (PNB Loan Interest Rates) की वेबसाइट के अनुसार ओवरनाइट बेंचमार्क मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग (MCLR) को 8 फीसदी से बढ़ाकर 8.10 फीसदी हो गई है. वहीं एक महीने, तीन महीने और छह महीने की दरों को बढ़ाकर क्रमश: 8.20 फीसदी, 8.30 फीसदी और 8.50 फीसदी कर दी गई हैं. एक साल की अवधि पर एमसीएलआर बढ़कर 8.60 फीसदी और तीन साल का एमसीएलआर 8.80 फीसदी से बढ़ाकर 8.90 फीसदी कर हो गया है.
BOI की नई ब्याज दरें
बैंक ऑफ इंडिया की वेबसाइट के मुताबिक अब ओवरनाइट एमसीएलआर 7.95 फ़ीसदी है. एक महीने की एमसीएलआर दर 8.15 फीसदी, तीन महीने की एमसीएलआर 8.25 फीसदी और छह महीने की एमसीएलआर 8.45 फीसदी हो गई है. एक साल की एमसीएलआर अब 8.65 फीसदी है .
ICICI बैंक की नई ब्याज दरें
ICICI बैंक में अब एक महीने की एमसीएलआर 8.50 फ़ीसदी से घटकर 8.35 फ़ीसदी हो गई है. तीन महीने की MCLR भी 8.55 फ़ीसदी से नीचे खिसककर 8.40 फ़ीसदी पर आ गई है. वहीं एक साल और 6 महीने की अवधि पर एमसीएलआर 5 बेसिस प्वाइंट बढ़कर क्रमशः 8.75 फ़ीसदी और 8.85 फ़ीसदी हो गई है.
क्या होती है MCLR?
एमसीएलआर वो न्यूनतम दर होती है जिस पर बैंक ग्राहकों को लोन देते हैं. होम लोन, कार लोन समेत सभी उपभोक्ता लोन की ब्याज दर MCLR से ही तय होती हैं. अगर MCLR में कटौती होती है तो ग्राहकों को लोन सस्ता मिलेगा और ईएमआई भी घटेगी लेकिन एमसीएलआर बढ़ता है तो ये बढ़ेंगी.