प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) सोमवार को ‘‘जल शक्ति अभियान: कैच द रेन’’ यानी वर्षा जल संचयन अभियान की शुरुआत करेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए इस अभियान के सिलसिले में आयोजित एक समारोह के दौरान मोदी की उपस्थिति में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और मध्य प्रदेश तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के बीच केन-बेतवा संपर्क परियोजना क्रियान्वित करने संबंधी समझौते पर भी हस्ताक्षर किए जाएंगे. उल्लेखनीय है कि नदियों को जोड़ने की राष्ट्रीय योजना के तहत यह पहली परियोजना होगी.
पीएमओ के मुताबिक, ‘‘जल शक्ति अभियान: कैच द रेन’’ कार्यक्रम के तहत वर्षा जल संचयन अभियान देश भर में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में चलाया जाएगा और इसका नारा होगा ‘‘जहां भी गिरे और जब भी गिरे, वर्षा का पानी इकट्ठा करें.’’ इस अभियान को 22 मार्च से 30 नवंबर तक लागू किया जाएगा. बयान में कहा गया है, ‘‘लोगों के सहयोग से इस अभियान को गांव-गांव में जन आंदोलन के रूप में चलाया जाएगा ताकि बारिश के पानी का संचयन सुनिश्चित हो और भूजल स्तर बेहतर बने.’’
प्रधानमंत्री द्वारा अभियान की शुरुआत करने के बाद चुनावी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को छोड़कर सभी राज्यों के सभी जिलों की ग्राम पंचायतों की सभी ग्राम सभाओं की बैठक होगी और वर्षा जल संचयन के बारे में चर्चा होगी. ग्राम सभाओं की ओर से जल शपथ कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा.
पीएमओ के बयान में कहा गया है कि केन बेतवा लिंक प्रोजेक्ट एग्रीमेंट पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के विजन का साकार होना है. वाजपेयी के प्रधानमंत्री रहते हुए सरप्लस पानी वाले इलाकों से पानी को सूखे वाले इलाकों में पहुंचाने की योजना पर काम शुरू हुआ था, यह काम नदियों को जोड़ने के जरिए किया जाना है. इस प्रोजेक्ट में केन नदी से बेतवा नदी में पानी पहुंचाया जाएगा. इसके लिए दौधान डैम बनाया जाएगा और एक कैनाल बनाई जाएगी जो कि इन दोनों नदियों को जोड़ेगी.