NBFC से पर्सनल लोन लेना बैंकों की तुलना में बेहतर क्यों? जानें...

बैंक से लोन लेने के लिए लंबी प्रक्रिया और तमाम नियम-कायदे फॉलो करने पड़ते हैं. इसके मुकाबले, एनबीएफसी (NBFC) में लोन के लिए अप्लाई करना आसान है.

NBFC से पर्सनल लोन लेना बैंकों की तुलना में बेहतर क्यों? जानें...

लोन लेने के लिए अब बैंकों या फिर सूदखोरों के चक्कर की जरूरत नहीं है. नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों (NBFC) के विस्तार ने लोन देने के तरीके को पूरी तरह से बदल दिया है. पुराने समय में बैंक जाने वाले ग्राहकों को पता होगा कि बैंक में लोन के लिए अप्लाई करना भी कितना मुश्किल था.

बैंक से लोन लेने के लिए लंबी प्रक्रिया और तमाम नियम-कायदे फॉलो करने पड़ते हैं. इसके मुकाबले, एनबीएफसी (NBFC) में लोन के लिए अप्लाई करना आसान है. यही वजह है कि एनबीएफसी से पर्सनल लोन लेने के मामलों में तेजी आई है. अब आइए आपको बताते है कि NBFC से पर्सनल लोन लेना बेहतर क्यों है?

ऑनलाइन आवेदन करने की सुविधा

NBFC से पर्सनल लोन लेने के लिए ऑनलाइन अप्लाई किया जा सकता है. साथ ही, विभिन्न NBFC की ओर से ऑफर की जा रही ब्याज दरों को स्कैन भी कर सकते हैं. कस्टमर अपना नाम, पता और फोन नंबर जैसी कुछ बेसिक डिटेल्स देकर लोन की प्रक्रिया शुरू कर सकता है.

कम क्रेडिट स्कोर पर लोन

बैंक आमतौर पर क्रेडिट स्कोर को लेकर सख्त रहते हैं. अगर किसी व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर 700-750 से कम होता है, तो बैंक पर्सनल लोन देने से परहेज करते हैं. दूसरी ओर, NBFC कम क्रेडिट स्कोर पर भी लोन दे देते हैं. वेक्रेडिट स्कोर के अलावा सैलरी जैसे दूसरे फैक्टर्स पर भी गौर करते हैं.

प्रतिस्पर्धी ब्याज दरें

NBFC से पर्सनल लोन लेना आसान होने के साथ ब्याज दरें भी प्रतिस्पर्धी होती हैं. ये दरें सालाना 11 फीसदी से शुरू होती हैं. आमतौर पर NBFC की ब्याज दर बैंकों से अधिक होती हैं, लेकिन ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए वे प्रतिस्पर्धी दरें ऑफर कर रही हैं.

कम से कम कागजी कार्रवाई

बैंकों की तरह NBFC लंबी प्रक्रिया से बंधे नहीं हैं. इसलिए लोन के लिए बहुत ज्यादा डॉक्यूमेंट की जरूरत नहीं होती है. एनबीएफसी KYC डिटेल्स, बैंक स्टेटमेंट और सैलरी स्लिप के बेस पर लोन ऑफर करते हैं. अप्लाई करने की प्रक्रिया ऑनलाइन होने से भी ज्यादा पेपरवर्क की जरूरत नहीं पड़ती है.

कस्टमर सर्विस

NBFC के साथ एक और अच्छी बात यह है कि उनकी कस्टमर सर्विस बैंकों के मुकाबले बेहतर है. आमतौर पर ये कंपनियां कर्ज लेने वाले व्यक्ति के लिए कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजर असाइन करती हैं. रिलेशनशिप मैनेजर पर्सनल लोन लेने के पहले और बाद में मदद के लिए उपलब्ध रहते हैं. दूसरी ओर, बैंकों खासकर पब्लिक सेक्टर बैंक की सर्विस कम कस्टमर सेंट्रिक होती हैं.

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Published - January 10, 2023, 04:30 IST