डिजिटल इंडिया की ओर बढ़ते कदम की झलक यूपीआई ट्रांजैक्शन में आई बढ़त दिखाती है. कोविड-19 के दौर में ऑनलाइन की दुनिया और बड़ी हो गई है और डिजिटल ट्रांजैक्शन में भी उछाल आया है. यही वजह है कि ऑनलाइन पेमेंट कंपनियां इसमें अभी से अपने पैर जमाने और ज्यादा से ज्यादा यूजर बेस बढ़ाने में जुटी है. इसी दिशा में दिग्गज फिनटेक पेटीएम (Paytm) ने ग्राहकों को कैशबैक देने के लिए 50 करोड़ रुपये का बजट तय किया है.
डिजिटल पेमेंट कंपनी पेटीएम ने डिजिटल इंडिया के 6 साल पूरे होने के मौके पर ग्राहकों को कैशबैक देने का ऐलान किया है जिसके लिए 50 करोड़ रुपये का बजट अलग किया गया है.
पेटीएम ने साथ ही पोस्टपेड मिनी और पेटीएम पोस्टपेड के विस्तार का भी एलान किया है जिसके तहत कंपनी छोटे कर्ज भी मुहैया कराएगी.
इसके तहत लोग तुरंत खरीदारी कर बाद में उसका पेमेंट कर सकेंगे. साथ ही, ग्राहकों के पास घर की रोजमर्रा के खर्च के लिए इंस्टेंट लोन लेने की भी सुविधा होगी. इसके लिए कंपनी ने आदित्य बिड़ला फाइनेंस के साथ करार किया है.
पेटीएम पोस्टपेड के जरिए 30 दिन तक के लिए 0 फीसदी के ब्याज दर पर 250 रुपये से 1,000 रुपये तक का कर्ज दिया जाएगा. वहीं, कंपनी ने हाल ही में 60,000 रुपये के इंस्टेंट क्रेडिट का भी ऐलान किया है.
ऑफर के तहत कंपनी मर्चेंट्स और ग्राहकों के लिए पेटीएम ऐप पर किए हर ट्रांजैक्शन के लिए कैशबैक देगी. इस प्रोग्राम को भारत के 200 जिलों में विस्तारित किया जाएगा. खास तौर पर दक्षिण भारत के राज्यों कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में.
साथ ही, ऐसे मर्चेंट जिन्होंने दिवाली तक पेटीएम ऐप पर सबसे ज्यादा ट्रांजैक्शन किए होंगे उन्हें सर्टिफिकेशन और इनाम भी दिया जाएगा जिसमें साउंडबॉक्स से लेकर IoT डिवाइस शामिल हैं.
कंपनी के फाउंडर और CEO विजय शेखर शर्मा ने कहा कि वे इस कदम से मर्चेंट्स को फायदा पहुंचाना चाहते हैं जो डिजिटल इंडिया की सफलता में अहम भूमिका निभा रहे हैं.
वहीं, डिजिटल इंडिया मिशन के प्रेसिडेंट और CEO अभिषेक सिंह ने कहा है कि पिछले 6 सालों में डिजिटल इंडिया मिशन से कई गुना की बढ़त हुई है और भारत को दुनिया के इनोवेशन मैप पर जगह मिली है.
ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक यूपीआई की मदद से होने वाला डिजिटल लेन-देन इस साल जून में मासिक आधार पर 11.6 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 5.47 लाख करोड़ रुपये हो गया. बृहस्पतिवार को एनसीपीआई (NCPI) द्वारा जारी आकंड़े में यह जानकारी दी गयी. मई, 2021 में यूनीफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के जरिए 4.91 लाख करोड़ रुपये का लेन-दन हुआ था.
संख्या के लिहाज से जून, 2021 में करीब 2.80 अरब (280 करोड़) लेन-देन हुए जबकि मई में यह संख्या 2.53 अरब (253 करोड़) थी.