आरबीआई के फैसले के बाद मंगलवार से बैंकों में 2000 के नोट की बदली प्रक्रिया शुरू हो गई. एक बार में अधिकतर 10 नोट ही बदले जा रहे हैं लेकिन लोगों ने इसका एक और विकल्प ढूंढ़ लिया है. अब लोग पेट्रोल पंप और सरकारी बिल जमा करने के लिए ₹2000 के नोट का इस्तेमाल कर रहे हैं. कुछ लोग स्विगी ज़ोमेटो से खाना ऑर्डर करते वक़्त कैश ऑन डिलीवरी ऑप्शन चुन रहे हैं और 2000 के नोट में भुगतान कर रहे हैं. फूड डिलीवरी एप्स का कहना है कि कैश ऑन डिलीवरी वाले ऑर्डर के 72 फ़ीसदी मामलों में लोग अब 2000 रुपए का नोट दे रहे हैं.
पिछले दो-तीन दिनों में दिल्ली और नोएडा के कई इलाकों में पेट्रोल पंपों पर बड़ी मात्रा में ₹2000 के नोट आ रहे हैं. नोएडा सेक्टर 31 के इंडियन ऑइल पेट्रोल पंप मैनेजर ने सुधीर कुमार ने बताया कि पहले आमतौर पर जहां दिन में उनके पास 30 से 40 नोट 2000 के आते थे वहीं अब इनकी संख्या 300 से 400 तक हो गई है.लोग पेट्रोल कम का डलवाते हैं और बदले में ₹2000 का नोट दे रहे हैं जिससे खुले पैसों की पूर्ति नहीं कर पा रहे हैं. यही हाल सीएनजी (CNG) पंपों का भी है. बिजली, पानी और हाउस टैक्स जैसे सरकारी बिल भरने के लिए भी लोग 2000 के नोट लेकर पहुंच रहे हैं.
बता दें भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने लोगों को सुविधा दी है कि वह 30 सितंबर तक अपने पास मौजूद ₹2000 के नोट को बैंक अकाउंट में जमा कर सकते हैं. स्टेट बैंक ने तो यह भी कह दिया है कि नोट बदलवाने पर किसी तरह के पहचान पत्र की जरूरत नहीं होगी. हालांकि एक रिपोर्ट में कहा गया है कि स्टेट बैंक के अलावा दूसरे बैंक चाहें तो नोट बदलवाने पर आईडी प्रूफ की मांग कर सकते हैं. नोट अगर बैंक खाते में जमा कराए जाते हैं तो किसी तरह के आईडी प्रूफ की जरूरत नहीं होगी. संभावना जताई जा रही है कि 2000 रुपए को लेकर रिजर्व बैंक के फैसले के बाद बैंकों के डिपॉजिट में जोरदार बढ़ोतरी होगी. डिपॉजिट में करीब 2 लाख करोड़ रुपए की बढ़ोतरी का अनुमान है.