अभी आप सोकर उठे भी नहीं होंगे तब तक आपके बटुए पर महंगाई का बोझ और बढ़ाने की तैयारी हो चुकी थी. एक तो रसोई गैस के दाम बढ़ गए. मतलब सिलेंडर महंगा हो गया. महंगाई की दूसरी मार आपके फोन पर आने वाली है.
टेलीकॉम कंपनियां दबे पांव आपके फोन में बजने वाली रिंगटोन को महंगाई का दर्द देने वाली हैं. खबर ये है कि देश की दूसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम ऑपरेटर भारती एयरटेल अपने टैरिफ में इजाफा करने जा रही है. कंपनी आपसे यानी कंज्यूमर्स से होने वाली कमाई को बढ़ाने की फिराक में है. इसलिए अब होगी ARPU यानी आरपू में इजाफा. अब आप सोचेंगे कि आखिर ये आरपू क्या बला है?
तो बात ऐसी है कि आरपू का मतलब है एवरेज रेवेन्यू पर यूजर यानी टेलीकॉम कंपनियों को हर यूजर से होने वाली कमाई. भारती एयरटेल की मंशा आरपू को 200 रुपए करना चाहती है. अभी उसे 178 रुपए का आरपू मिल रहा है. यानी एक कस्टमर से उसे 178 रुपए की औसत कमाई हो रही है. यानी कंपनी की प्लानिंग के मुताबिक आपकी जेब पर 22 रुपए का अतिरिक्त बोझ पड़ने वाला है. बात इतनी ही नहीं है.अगले पांच साल में आरपू को 300 रुपए पर पहुंचाने की मंशा है.
अब इसकी वजह क्या है? दरअसल, एयरटेल को लग रहा है कि सरकार 5G की बहुत ऊंची कीमत कंपनियों से वसूलने वाली है. उसे 5G का रिजर्व प्राइस बेहद ज्यादा लग रहा है और इसकी भरपाई वो ग्राहकों की जेब से करना चाहती है.
एक खबर के मुताबिक कंपनी के भारत और दक्षिण एशिया के एमडी और सीईओ गोपाल विट्टल ने एक इंटरव्यू में कहा है कि ट्राई ने 5G के रिजर्व प्राइस में पहले के मुकाबले भले ही करीब 35 फीसदी की कटौती की है, लेकिन मुश्किल के दौर से गुजर रहे टेलीकॉम सेक्टर के लिए ये कटौती काफी नहीं है.
इसी वजह से उन्हें दाम बढ़ाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. लगे हाथ एयरटेल के तिमाही नतीजे भी देख लेते हैं. भारती एयरटेल का नेट प्रॉफिट वित्त वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही में दोगुना होकर 2,008 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.
वित्त वर्ष 2020-21 की अंतिम तिमाही में नेट प्रॉफिट 759 करोड़ रुपये था.