यूरोपियन देशों जैसा दिखेगा नया नोएडा. दादरी-बुलंदशहर के 84 गांवों की जमीन पर बसने वाले नए नोएडा को शिकागो और अन्य यूरोपियन देशों की तर्ज पर जोन में बांट विकसित किया जाएगा. नए नोएडा का मास्टर प्लान तैयार करने वाली स्कूल ऑफ प्लांनिग एंड आर्किटेक्चर ने पूरा शहर एक साथ बसाने के बजाय इसे अलग-अलग चार जोन में बांटकर विकसित करने का प्लान तैयार किया है. इस साल के अंत तक जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. न्यू नोएडा को 2041 तक बसाने की तैयारी है.
अलग-अलग जोन में बांटा जाएगा नोएडा
न्यू नोएडा को साउथ जोन, ईस्ट जोन, वेस्ट जोन और नार्थ जोन में बांटा जाएगा. शिकागो को इंडस्ट्रियल हब के तौर पर जाना जाता है. शिकागो की ही तर्ज पर न्यू नोएडा का हर जोन में अलग-अलग इंडस्ट्री लगाई जाएगी. शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए न्यू नोएडा में उच्च शिक्षा के लिए कॉलेज भी खोले जाएंगे. यहां पर मेडिकल और पैरामेडिकल कॉलेज भी खोले जाएंगे. अधिकारियों ने बताया कि नए नोएडा में शिक्षा के लिए एक हजार 662 हेक्टेयर जमीन को रिजर्व किया गया है. नए नोएडा में विश्वविद्यालय कैंपस, मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, प्रोफेशनल कॉलेज, नर्सिंग पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट, इंटीग्रेटेड कॉलेज, टेक्निकल कॉलेज आदि होंगे.
5 फेज में होगा विकसित
नए नोएडा को पांच फेज में विकसित किया जाएगा. 10 फीसद जमीन अधिग्रहण के साथ 2024 से शुरू होगा. इसी तरह दूसरा फेज-2028, तीसरा फेज-2032, चौथा फेज-2036 और पांचवां फेज-2041 से शुरू कर 2047 तक पूरा किया जाएगा. वहीं कनेक्टिविटी में जेवर एयरपोर्ट के साथ रेलवे कनेक्टिविटी भी देने की तैयारी है.
आबादी छह लाख होगी
इस शहर की कुल आबादी 6 लाख होगा जिसमें 3.5 लाख की आबादी माइग्रेट होगी. साथ ही कनेक्टिविटी के लिए तीन टाइप की सड़क बनाई जाएंगी. पहली आर्टियल रोड ये 40.68 किलोमीटर, दूसरी सब आर्टियल रोड 98.34 किलोमीटर और तीसरी सेक्टर रोड 126.09 किलोमीटर की होंगी.