सेबी ने 21 जुलाई, 2021 को एक सर्कुलर जारी कर रजिस्ट्रार एवं ट्रांसफर एजेंट्स (आरटीए) को म्यूचुअल फंड ग्राहकों के लिए एक साझा मंच विकसित करने को कहा है. यह नियामक द्वारा उठाया गया एक स्वागत योग्य कदम है, लेकिन कई लोग तर्क दे रहे हैं कि जब Amf के संरक्षण में म्यूचुअल फंड कंपनियों के समान स्वामित्व वाला एक मंच एमएफ यूटिलिटी पहले से ही समान सेवाएं प्रदान कर रहा है, तो दूसरी इकाई की क्या आवश्यकता है.
जबकि तथ्य यह है कि नया प्लेटफॉर्म सभी योजनाओं में अधिक रियल टाइम सॉल्यूशन की पेशकश करेगा. सरल शब्दों में यदि आप ऐसे व्यक्ति हैं जो दो म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं और वे दोनों RTAs-KFintech और CAMS द्वारा सेवित हैं और आप एक बैंक बदलना चाहते हैं या दोनों में नॉमिनी जोड़ना चाहते हैं, तो वर्तमान में आपको दोनों को सूचित करने की आवश्यकता है या एमएफयू में कॉमन अकाउंट नंबर खोलने की जरूरत है. नए प्लेटफॉर्म के लाइव होने के बाद आप एक बार में सभी योजनाओं में रियल टाइम में परिवर्तन कर सकते हैं.
जून 2021 के आंकड़े के अनुसार, म्यूचुअल फंड उद्योग 34.10 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में विशेषज्ञों का कहना है कि इस बढ़ते उद्योग के लिए कई प्लेटफार्मों द्वारा निर्बाध डिजिटल सेवाओं की आवश्यकता होगी. इस जरूरत को देखते हुए नियामक ने निवेशकों के बीच इस पहल के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए एएमसी, आरटीए, डिपॉजिटरी, उद्योग निकाय एम्फी और प्रमुख हितधारकों से कहा है. जागरूकता में वृद्धि से नए के साथ-साथ मौजूदा प्लेटफॉर्म्स को भी मदद मिलेगी.
नए प्लेटफॉर्म को चरणबद्ध तरीके से चालू किया जाएगा और 31 दिसंबर, 2021 तक यह पूरी तरह से चालू हो जाएगा. हमारा मानना है कि आने वाले वर्षों में निवेशकों को बेहतर और रियल टाइम सेवाएं मिल सकेंगी.
दोनों प्लेटफॉर्म उपभोक्ताओं के लिए एक विकल्प पेश करेंगे जो इस समय नहीं है. हम पहले ही देख चुके हैं कि कैसे एनएसई और बीएसई दोनों ने बाजार की ग्रोथ में मदद की है.