अंतरिक्ष और परमाणु ऊर्जा में युवाओं के लिए रोजगार के खुल रहे नए रास्‍ते

Narendra Modi ने बुधवार को कहा कि अंतरिक्ष, परमाणु ऊर्जा और कृषि जैसे कई क्षेत्रों में प्रतिभाशाली युवाओं के लिये दरवाजे खुल रहे हैं.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने बुधवार को कहा कि अंतरिक्ष, परमाणु ऊर्जा और कृषि जैसे कई क्षेत्रों में प्रतिभाशाली युवाओं के लिये दरवाजे खुल रहे हैं.

उन्होंने (Narendra Modi) कहा कि ज्ञान और अनुसंधान को सीमित करना देश की संभावनाओं के साथ बड़ा अन्याय है. प्रधानमंत्री (Narendra Modi) शिक्षा क्षेत्र के लिये बजट प्रस्तावों के क्रियान्वयन पर एक वेबिनार को संबोधित कर रहे थे.

उन्होंने (Narendra Modi) कहा कि नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति ने स्थानीय भाषा के उपयोग को प्रोत्साहित किया है. अब यह सभी भाषाविदों और हर भाषा के विशेषज्ञों की जिम्मेदारी है कि वे भारतीय भाषाओं में देश व दुनिया की सर्वोत्तम सामग्रियां उपलब्ध करायें. उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रौद्योगिकी के इस युग में, यह निश्चित रूप से संभव है.

मोदी (Narendra Modi) ने कहा कि शिक्षा, कौशल, अनुसंधान और नवाचार पर बजट में स्वास्थ्य के बाद सबसे अधिक ध्यान दिया गया है. उन्होंने कहा, ‘‘केंद्रीय बजट ने शिक्षा को रोजगार और उद्यमशीलता की क्षमता से जोड़ने के हमारे प्रयासों को व्यापक बनाया है. इन प्रयासों के परिणामस्वरूप, भारत आज वैज्ञानिक प्रकाशनों के मामले में शीर्ष तीन देशों में शामिल है.’’

प्रधानमंत्री (Narendra Modi) ने कहा कि ज्ञान और अनुसंधान को सीमित करना देश की क्षमता के साथ एक बड़ा अन्याय है. उन्होंने कहा, ‘‘इसी दृष्टिकोण के साथ, हमारे प्रतिभाशाली युवाओं के लिये अंतरिक्ष, परमाणु ऊर्जा, डीआरडीओ, कृषि जैसे कई क्षेत्रों के दरवाजे खोले जा रहे हैं.’’

मोदी (Narendra Modi) ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का निर्माण करने के लिये देश के युवाओं में आत्मविश्वास महत्वपूर्ण है. यह आत्मविश्वास तभी आयेगा, जब युवाओं को अपनी शिक्षा और ज्ञान पर पूरा विश्वास होगा.

रविवार को भारत ने उपग्रह को किया था प्रक्षेपित
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने रविवार को पीएसएलवी-सी 51 के जरिए एक साथ 19 उपग्रहों को लॉन्च किया. इन 19 उपग्रहों में डीआरडीओ (DRDO) के ‘सिंधु नेत्र’ निगरानी उपग्रह को भी अंतरिक्ष में भेजा गया है. अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक प्रक्षेपित होने के बाद इसरो (ISRO) के इस उपग्रह ने जमीनी प्रणालियों के साथ संचार करना भी शुरू कर दिया है. डीआरडीओ (DRDO) का यह उपग्रह हिन्द महासागर क्षेत्र के समुद्री इलाके की निगरानी में मदद करने के साथ ही चीन और पाकिस्तान की सीमा पर भी नजर रखेगा.

डीआरडीओ के युवा वैज्ञानिकों ने उपग्रह किया विकसित
हिन्द महासागर क्षेत्र (IOR) में सैन्य युद्धपोत और मर्चेंट शिपिंग गतिविधियों पर नजर रखने के लिए देश की निगरानी क्षमताओं को बढ़ावा देने के लिए डीआरडीओ के युवा वैज्ञानिकों की एक टीम ने ‘सिंधु नेत्र’ उपग्रह विकसित किया है. यह आईओआर में सक्रिय युद्धपोतों और व्यापारिक जहाजों की स्वचालित रूप से पहचान करने में सक्षम है.

Published - March 3, 2021, 01:31 IST