अनंत अंबानी को रिलायंस के बोर्ड में शामिल करने का विरोध, अनुभव पर भी उठे सवाल!

आईएसएसआई ने रिलायंस इंडस्ट्रीज को लेकर दी बड़ी सलाह

अनंत अंबानी को रिलायंस के बोर्ड में शामिल करने का विरोध, अनुभव पर भी उठे सवाल!

Mukesh Ambani Son Anant Ambani: इंटरनेशनल प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्म इंस्टीट्यूशनल शेयरहोल्डर सर्विसेज इंक (Institutional Shareholder Services Inc) या आईएसएसआई ने रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) को लेकर बड़ी सलाह दी है. आईएसएसआई ने रिलायंस के शेयरधारकों को सलाह दी है कि उन्हें अरबपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के बेटे अनंत अंबानी (Anant Ambani) को कंपनी के बोर्ड में नियुक्त करने के प्रस्ताव का विरोध करते हुए इनके खिलाफ वोट करना चाहिए. दरअसल, रिलायंस अंबानी फैमिली के कंट्रोल वाली कंपनी है, और ऐसे में आईएसएसआई ने मार्केट कैपिटल के हिसाब से इसके उत्तराधिकार योजना को लेकर अपनी चिंताएं जाहिर की हैं.

क्या है आईएसएसआई की चिंता
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार आईएसएसआई इतनी बड़ी कंपनी के लिए अनंत अंबानी के अनुभव को लेकर चिंतित है.फर्म के अनुसार उनका लगभग छह वर्षों का सीमित लीडरशिप/बोर्ड अनुभव, बोर्ड में उनके योगदान पर चिंता पैदा करता है. ऐसे में इस नाम पर उसकी सहमती नहीं बन पा रही है. हालांकि आईएसएसआई ने अनंत के बड़े भाई-बहनों, ईशा और आकाश अंबानी को बोर्ड में शामिल करने के पक्ष में है.

अनंत अंबानी के अनुभव पर सवाल!
इससे पहले मुंबई की इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर एडवाइजरी सर्विसेज या आईआईएएस ने भी अनंत के अनुभव पर चिंता जताया था. आईआईएएस ने भी ईशा और आकाश के नाम की अपील की थी. हालांकि एक अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रॉक्सी फर्म ग्लास लुईस अनंत की नियुक्ति के पक्ष में है. ग्लास लुईस का कहना है कि ईशा-आकाश समान अनुभव के साथ अनंत से सिर्फ तीन साल बड़े हैं, ऐसे में इतनी उम्र को अनुभव के लिहाज से वो ज्यादा नहीं मानते. यानी उनके अनुसार तीनों का अनुभव एक जैसा है. गौरतलब है कि अंबानी परिवार के पास रिलायंस की 41% से अधिक हिस्सेदारी हैं. यानी सबसे बड़ा वोटिंग हिस्सेदार उनका परिवार ही है.

Published - October 17, 2023, 05:34 IST