अदानी समूह पर संकट के बादल छटने का नाम नहीं ले रहे हैं. अब मॉर्गन स्टैनली कैपिटल इंटरनेशनल यानी MSCI ने मई इन्डेक्स रिव्यू में अदानी समूह की दो कंपनियों के फ्री फ्लोट परसेंटेंज को कम करने का फैसला लिया है. ये दों कंपनियां हैं अदानी टोटल गैस और अदानी ट्रांसमिशन. MSCI ने अदानी टोटल गैस के फ्री फ्लोट को 25 फीसद से 14 फीसद और अदानी ट्रांसमिशन का फ्री फ्लोट को 25 फीसद से घटाकर 10 फीसद करने का फैसला लिया है. फ्री फ्लोट का मतलब होता है वो शेयर जो ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध हैं. MSCI के पास अदानी टोटल गैस और अदानी ट्रांस में लगभग 2.3 करोड़ शेयर हैं. फ्री फ्लोट कम करने से विदेशी निवेशकों के लिए पब्लिक ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध शेयरों की संख्या अब कम हो जाएगी.
कैसा रहेगा बाजार का हाल?
एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस फैसले से इन दोनों कंपनियों के शेयर में बिकवाली देखने को मिल सकती है. प्रोफिटमार्ट सिक्योरिटीज के हेड ऑफ रिसर्च अविनाश गोरक्षकर कहते हैं कि आने वाले समय में MSCI की तरफ से इस तरह के फैसले की पहले से ही उम्मीद की जा रही थी. लेकिन इसके बावजूद यह फैसला अदानी टोटल और अदानी ट्रांसमिशन दोनों के लिए नकारात्मक साबित होगा. क्योंकि फ्री फ्लोट में बदलाव के बाद इन स्क्रिपों से FII फंड्स की निकासी होगी.
इससे पहले फरवरी में मॉर्गन स्टैनली कैपिटल इंटरनेशनल यानी MSCI ने इंडेक्स में अदानी ग्रुप की 4 कंपनियों की वेटेज घटाई. हालांकि ग्रुप की किसी भी कंपनी को इंडेक्स से बाहर नहीं किया गया. इन 4 कंपनियों में अदानी टोटल गैस और अदीनी ट्रांसमिशन के अलावा अदानी एंटरप्राइजेज और एसीसी भी शामिल थीं. MSCI के इस फैसले इन शेयरों में गिरावट देखने को मिली थी. वेटेज घटने के बाद अदानी एंटरप्राइजेज का शेयर करीब 15 फीसदी तक टूट गया था. दूसरी कंपनियों पर भी इस फैसले का असर पड़ा था. अदानी समूह की 10 कंपनियों में से 9 शेयरों में गिरावट थी.
मनी9 लगातार अदानी समूह पर कवरेज कर कर रहा है. अदानी समूह से जुड़ी हुई खबरों के विश्लेषण के लिए आप हमारा खास शो मनी सेंट्रल देख सकते हैं.