कोरोना संकट के बीच देश की इकोनॉमी और किसानों के लिए उम्मीद की खबर ये है कि इस साल मॉनसून सामान्य रहने का अनुमान है. मौसम विभाग के शुक्रवार के जारी अनुमान के मुताबिक इस साल दक्षिणी-पश्चिम मॉनसून (Southwest Monsoon) सामान्य रहेगी. साउथ वेस्ट मॉनसून से ही भारत में 75 फीसदी बारिश होती है. बेहतर मॉनसून कृषि क्षेत्र के लिए उम्मीद लेकर आता है और रूरल इकोनॉमी को इससे मजबूती मिलती है. इससे पहले मौसम की जानकारी देने वाली संस्था स्काईमेट ने भी इस साल बारिश सामान्य से बेहतर रहने का अनुमान जारी किया था.
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम राजीवन के मुताबिक इस साल लॉन्ग पीरियड एवरेज बारिश सामान्य का 98 फीसदी रहेगी, इसमें 5 फीसदी का उछाल या गिरावट की संभावना भी रहेगी. जून से सितंबर के मॉनसून का पहला अनुमान जारी किया गया है. राजीवन ने कहा कि 98 फीसदी का अनुमान देश के लिए अच्छी खबर है क्यों इससे भारत का कृषि उत्पादन बढ़ेगा.
लगातार तीसरे साल मॉनसून सामान्य से बेहतर (Healthy Normal Monsoon) रहने का अनुमान है. देश में मॉनसून (Monsoon 2021) 1 जून को दस्तक दे सकता है. मौसम की जानकारी देने वाली संस्था स्काईमेट वेदर सर्विसेज ने पहला अनुमान जारी कर दिया है. इस साल देश में साउथ वेस्ट मानसून (South-West Monsoon) नॉर्मल रहने की उम्मीद है. पूरे सीजन में 103% बारिश हो सकती है. 96% से लेकर 104% की बारिश को सामान्य से बेहतर बारिश कहा जाता है. पूरे भारत में चार महीनों के दौरान औसत 880.6 मिलीमीटर बारिश होती है, जिसे लॉन्ग पीरियड एवरेज (LPA) कहते हैं. हालांकि, स्काईमेट का कहना है जुलाई और अगस्त में मॉनसून थोड़ी रफ्तार पकड़ सकता है और इन दो महीने में ज्यादा बारिश होने की संभावना है.
Monsoon 2021 में कब कितनी होगी बारिश?
– जून में औसत का 106% बारिश होने का अनुमान
– जून में सामान्य बारिश की संभावना 70%
– जुलाई में सामान्य की 97% बारिश हो सकती है
– जुलाई में सामान्य बारिश की संभावना 75%
– अगस्त में औसत का 99% बारिश का अनुमान
– सितंबर में 116% बारिश का अनुमान
स्काईमेट के मुताबिक, Monsoon 2021 के दौरान जून में 177 मिलीमीटर बारिश हो सकती है. वहीं, जुलाई में 277 मिलीमीटर बारिश होने का अनुमान है. अगस्त में 258 मिलीमीटर और सितंबर में 197 मिलीमीटर बारिश होने की उम्मीद है. इस साल उन इलाकों में अच्छी बारिश होने का अनुमान है, जहां पिछले सीजन में कम बारिश हुई थी. जून में बिहार और पश्चिम बंगाल में अच्छी बारिश हो सकती है. वहीं, जुलाई में महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में जमकर बारिश होगी. नॉर्थ ईस्ट और कर्नाटक में इस बार बारिश सामान्य से कम रहने का अनुमान जताया गया है.