मानसून पहले ही करीब 10 दिन लेट हो चुका है और अरब सागर में चक्रवाती तूफान की वजह से मानसून के और लेट होने की आशंका बढ़ गई है. मौसम विभाग का अनुमान है कि अरब सागर में दबाव का क्षेत्र आज भीषण चक्रवाती तूफान में बदल सकता है. देर रात तक उसके अति भीषण चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है जिसकी वजह से अरब सागर में 150 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तूफान आ सकता है. मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान की वजह से अरब सागर में मछुआरों को नहीं जाने की सलाह दी है.
मौसम विभाग का कहना है कि चक्रवाती तूफान ‘बिपारजॉय’ पूर्व मध्य और आस-पास के दक्षिण पूर्व अरब सागर के ऊपर पिछले 6 घंटों के दौरान 5 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के साथ उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ते हुए भीषण चक्रवात में बदल गया है. सुबह साढ़े 11 बजे चक्रवाती तूफान गोवा से 860 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण पश्चिम, मुंबई से 970 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम, पोरबंदर से 1050 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और पाकिस्तान में कराची से 1350 किलोमीटर दक्षिण में अरब सागर में स्थित था. मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे के दौरान चक्रवाती तूफान के उत्तर की ओर बढ़ने और उसके बाद के 3 दिनों के दौरान उत्तर-उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ने की संभावना है.
खरीफ बुआई पर असर
एक तरफ मानसून में देरी हो रही है और दूसरी तरफ पूर्वी भारत में गर्मी की लहर चल रही है. मौसम विभाग ने अगले 5 दिन के दौरान बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में गर्मी की लहर की आशंका जताई है. इसकी वजह से पूर्वी भारत में खरीफ की बुआई प्रभावित होने की आशंका है. पिछले साल पूर्वी भारत में मानसून की बारिश कम हुई थी जिसकी वजह से धान की खेती पर काफी नकारात्मक असर पड़ा था.