Budget Unlocked: महामारी कोरोना ने दुनियाभर की इकोनॉमी के साथ भारत को ही हिलाकर रख दिया. आम आदमी घर में कैद हुआ और आर्थिक तंगी भी झेलनी पड़ी. कुछ सेक्टर्स में नौकरियों पर भी गाज गिरी. पूरी अर्थव्यवस्था चरमरा गई. लेकिन, दुनिया से अलग भारत ने अपनी इकोनॉमी को पटरी पर लाने के साथ-साथ देश की जनता को भी दोबारा मजबूत बनाने की कवायद शुरू की. आत्मनिर्भर भारत पैकेज से लेकर बजट 2021 तक, सही दिशा में काम हुआ. बजट 2021 में क्या कुछ मिला और इससे क्या बदलने वाला है. इसकी पूरी तस्वीर राज्यसभा सांसद अश्विनी वैष्णव ने Money9 को दिए खास इंटरव्यू में डिकोड किया. खास बात यह थी, बजट को बिल्कुल आम भाषा में समझाया गया. उन्होंने बताया कैसे भारत बनेगा 5 ट्रिलियन इकोनॉमी.
इकोनॉमी ने पकड़ी रफ्तार
देश की अर्थव्यवस्था ने कोरोना से लड़ते हुए अब रफ्तार पकड़ ली है. इसके लिए बजट में कई प्रावधान किए गए. इकोनॉमी के रिवाइवल से लेकर आम आदमी को कई तरह की राहतें दी गईं. पूरा फोकस रोजगार पर रखा गया. राज्यसभा सांसद अश्विनी वैष्णव के मुताबिक, रोजगार पैदा करना सबसे महत्वपूर्ण था, इसी को आधार बनाते हुए सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर और मैन्युफैक्चरिंग में जान फूंकी है. कैपिटल एक्सपेंडिटर को 34.5 फीसदी बढ़ाकर 5.54 लाख करोड़ रुपए किया गया. वहीं, MSME, स्टार्टअप्स के लिए भी अलग से फंड तैयार किया गया. शॉर्ट टर्म, मीडियम टर्म और लॉन्ग टर्म में आम आदमी को क्या फायदा होगा यह समझाया गया.
मिडिल क्लास, सीनियर सिटीजन और निचले तबके को क्या मिला
राज्यसभा सांसद अश्विनी वैष्णव के मुताबिक, बजट में मिडिल क्लास पर कोई टैक्स नहीं बढ़ाया गया है. भले ही उन्हें टैक्स रियायतें नहीं मिली, लेकिन इकोनॉमी को मजबूत बनाने के लिए कई बड़े कदम उठाए गए. कोई भूखा न रहे इसके लिए वन नेशन वन राशन कार्ड योजना से 8 करोड़ प्रवासी मजदूरों तक राहत पहुंचाई जाएगी. सीनियर सिटीजन को आईटीआर भरने की छूट के साथ ही ब्याज से इनकम के लिए गवर्नमेंट सिक्योरिटीज में निवेश का मौका दिया गया. इसके अलावा रेहड़ी-पटरी वालों के लिए शुरू की गई योजना के तहत लोन बांटने का भी जिक्र है.
हेल्थकेयर पर सरकार का फोकस
सरकार ने सबसे बड़ा निवेश हेल्थकेयर सेक्टर की तरफ डाला है. कोरोना महामारी से सामने आई कड़वी सच्चाई के बाद सरकार इस सेक्टर के बुनियादी ढ़ांचे को मजबूत बनाने की तरफ ध्यान दिया जा रहा है. गांव-कस्बों में प्राइमेरी हेल्थकेयर में सुधार होगा. साथ ही प्रदूषण से खराब हुई क्वॉलिटी ऑफ लाइफ को भी सुधारने की दिशा में काम होगा. इसके लिए भी बजट में एलोकेशन किया गया है.
रोजगार के लिए उठाए कदम
अश्विनी वैष्णव ने बताया कि सरकार का फोकस इन्वेस्टमेंट साइकिल को शुरू करने पर है. नए प्रोजेक्ट्स कैसे आएंगे, प्रोजेक्ट्स आएंगे जब डिमांड बढ़ेगी. सरकार की तरफ से इन्वेस्टमेंट की साइकिल चालू होते ही डिमांड आने लगेगी. नए इन्वेस्टमेंट की साइकिल को शुरू करने के लिए सरकार का इन्वेस्टमेंट आना बहुत जरूरी था. इसलिए कैपिटल एक्सपेंडिचर को भी बढ़ाया गया है.
मैन्युफैक्चरिंग हब का सपना होगा साकार
अश्विनी वैष्णव के मुताबिक, भारत को दुनिया का मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने का सपना जल्द पूरा होगा. इसके लिए मैन्युफैक्चरिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर रहा. इन दोनों सेक्टर्स में पैसा डालने के बाद सरकार का फोकस कंजम्प्शन बढ़ाने पर भी रहेगा. कंजम्प्शन बढ़ेगा तो डिमांड बढ़ेगी इससे इकोनॉमी में तेज ग्रोथ देखने को मिलेगी.
अश्विनी वैष्णव ने और किन पहलुओं को डिकोड किया और किस तरह बजट सीधे आम आदमी को फायदा पहुंचाता है ये बताया… इंटरव्यू का पूरा वीडियो यहां देखिए…