फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा जल्द ही एक नया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम लाने वाला है, जो पहले से ज्यादा बेहतर होगा. इस बात का खुलासा वॉल स्ट्रीट जर्नल ने अपनी रिपोर्ट में किया है. रिपोर्ट के तहत मेटा का नया एआई मॉडल अगले साल तक तैयार होने की उम्मीद है. यह इसके व्यावसायिक वर्जन लामा 2 से कई गुना अधिक शक्तिशाली होगा.
बता दें लामा 2 जुलाई में लॉन्च किया गया था. यह मेटा का ओपन सोर्स एआई लैंग्वेज मॉडल है. इसे ओपनएआई के चैटजीपीटी और गूगल के बार्ड के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट की क्लाउड एज़्योर सर्विस की ओर से बांटा गया था.
रिपोर्ट के मुताबिक एडवांस वर्जन के जरिए दूसरी कंपनियों को ऐसी सेवाएं मिलेंगी, जिसके जरिए वे ज्यादा बेहतर टेक्स्ट, विश्लेषण आदि आउटपुट ले सकेंगे. मेटा को उम्मीद है कि साल 2024 की शुरुआत में नए एआई सिस्टम की ट्रेनिंग शुरू हो जाएगी. इसे बड़े लैग्वेज मॉडल के तौर पर भी देखा जा रहा है.
मेटा ने इससे पहले एक और एआई मॉडल जारी किया था, जिसका नाम एसएएम है. ये फोटो और वीडियो के अंदर ऑब्जेक्ट को ढूंढने में मदद करता है. इस टूल को कंपनी ने सेगमेंट एनीथिंग मॉडल यानी एसएएम नाम दिया है. कंपनी का कहना है कि इसे जारी करने से प्रौद्योगिकी में और बेहतर चीजें देखने को मिलेंगी.
बता दें पिछले साल के आखिर में ओपनएआई का चैटजीपीटी लॉन्च हुआ था. इसके बाद से कई व्यवसाय और एंटरप्राइजेज नई क्षमताओं और व्यावसायिक प्रक्रियाओं पर काम कर रहे हैं. वे जेनेरिक एआई मार्केट में उतर कर नई संभावनाओं की तलाश कर रहे हैं.
ब्लूमबर्ग न्यूज ने जुलाई में रिपोर्ट दी थी कि ऐप्पल ओपनएआई के चैटजीपीटी और गूगल के बार्ड के समान एआई पर काम कर रहा है. उसने बेहतर भाषा मॉडल बनाने के लिए खुद का स्ट्रक्चर बनाया है, जिसे ‘अजाक्स’ के नाम से जाना जाता है. इतना ही नहीं ऐप्पल एक चैटबॉट का भी परीक्षण कर रहा है जिसे ‘एप्पल जीपीटी’ नाम दिया गया है.