जर्मन की लक्जरी कार विनिर्माता मर्सिडीज-बेंज को उम्मीद है भारत में बिक्री के लिहाज से 2023 का साल उसके लिए सबसे अच्छा रहेगा. कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि महामारी के बाद भारत में महंगी कारों की मांग लगातार बढ़ रही है. मर्सिडीज ने 2022 में भारतीय बाजार में 15,822 इकाइयां बेची थीं, जो देश में उसका बिक्री का अबतक का सबसे ऊंचा आंकड़ा है. कंपनी का मानना है कि 2023 का कैलेंडर साल कुल मिलाकर लक्जरी कारों की बिक्री के मामले में सबसे अच्छा रहने वाला है.
पहली छमाही में बिक्री 13 फीसद बढ़ी
मर्सिडीज बेंज इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) संतोष अय्यर ने कहा कि कंपनी की 2023 की पहली छमाही में भारत में बिक्री सालाना आधार पर 13 प्रतिशत बढ़कर 8,528 इकाई रही है. यह देश में छमाही बिक्री का सबसे ऊंचा आंकड़ा है. उन्होंने कहा कि अब हम इस साल की तीसरी तिमाही में प्रवेश कर रहे हैं और हमें लगता है कि वृद्धि का यह रुझान जारी रहेगा. ऐसे में इस साल एक बार फिर हम रिकॉर्ड बिक्री दर्ज करेंगे. अय्यर ने कहा कि बाजार में कई तरह की चुनौतियां हैं, लेकिन कंपनी को अपनी बिक्री में दो अंकीय वृद्धि का भरोसा है.
उन्होंने कहा कि विनिमय दर को लेकर अब भी काफी अनिश्चितता है. ब्याज दरें और बढ़ रही हैं. अभी साल खत्म होने में साढ़े तीन महीने बचे हैं. परिदृश्य के लिहाज से देखें, तो हमारी बिक्री में वृद्धि दो अंक में रहेगी. अय्यर ने कहा कि अब अधिक से अधिक ग्राहक उसकी उत्पाद श्रृंखला में महंगे ट्रिम्स का विकल्प चुन रहे हैं. पहले ऐसी बात नहीं थी. उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर मर्सिडीज-बेंज का मानना है कि कंपनी को सिर्फ बिक्री आंकड़ों पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय उपभोक्ता को सही अनुभव और सही उपकरण उपलब्ध कराना चाहिए.
कुल मिलाकर घरेलू लक्जरी कार बाजार पर अय्यर ने कहा कि इस साल लक्जरी कार खंड में बिक्री का आंकड़ा 45,000 इकाई के आसपास रह सकता है. इस तरह यह लक्जरी कार खंड के लिए सबसे अच्छा साल रहेगा. कुल यात्री वाहन बाजार में लक्जरी कारों की हिस्सेदारी अभी सिर्फ एक प्रतिशत है. अय्यर ने कहा कि इस साल हम हर किसी की भागीदारी के साथ बाजार को बढ़ते हुए देख सकते हैं. यह लक्जरी कार बाजार की कुल सेहत के लिए अच्छा संकेत है. उन्होंने कहा कि आज लक्जरी वाहनों की मांग बढ़ रही है. खास बात यह है कि महिलाएं और वेतनभोगी वर्ग भी अब लक्जरी कार खरीदना चाहता है. उन्होंने कहा कि देश के शीर्ष सात-आठ शहरों में लक्जरी कारों की पहुंच दो प्रतिशत को पार कर गई है. समय के साथ देश के अन्य हिस्सों में भी लक्जरी कारों की मांग बढ़ेगी.