महंगे कर्ज ने भले ही सस्ते घरों की बिक्री को सेंध लगा दिया हो लेकिन लग्जरी घरों की मांग में मजबूती बनी हुई है. मांग बढ़ने की वजह से प्रीमियम और लग्जरी घरों की कीमतों में भी उछाल आ रहा है. पिछले 5 साल में महंगे घरों की कीमतें एक-चौथाई से बढ़ गई हैं. कीमतों में ज्यादा तेजी कोविड के बाद आई है. रियल एस्टेट कंसल्टेंसी कंपनी CBRE के मुताबिक 2023 की पहली छमाही में देश के 7 प्रमुख शहरों में लग्जरी घरों की बिक्री 130 फीसदी बढ़ी है. ये सात शहर दिल्ली- NCR, मुंबई, पुणे, कोलकाता, हैदराबाद और चेन्नई हैं.
साल की पहली छमाही में हैदराबाद में लग्जरी घरों की बिक्री में सबसे ज्यादा 14 गुना बढ़ गई है. दिल्ली-NCR में घरों की बिक्री में 3 गुना का उछाल आया है. इस अवधि में यहां 6050 मकान बेचे गए, जबकि पिछले साल की समान अवधि में ऐसे 350 मकानों की बिक्री हुई थी
मुंबई-बेंगलुरु में कम हुई मांग
मुंबई में लक्जरी मकानों की बिक्री में गिरावट आई है. साल की पहली छमाही में 750 मकानों की बिक्री हुई, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 800 मकानों की बिक्री हुई थी. बेंगलुरु में अप्रैल-जून के दौरान मांग आधी रह गई. वहां 50 लक्जरी मकानों की ही बिक्री हुई, जबकि पिछले साल समान अवधि में वहां 100 ऐसे मकान बेचे गए थे
कुल घरों की बिक्री
जनवरी से जून के बीच भारत में 6,900 लग्जरी घर बिके हैं. इनमें 90 फीसद मकान सिर्फ दिल्ली-NCR, हैदराबाद और मुंबई में बिके थे. इनकी कीमत 4 करोड़ रुपए और उससे ज्यादा है. 2022 में जनवरी से जून के दौरान केवल 3000 लग्जरी घर बिके थे. अप्रैल-जून की तिमाही में लग्जरी घरों की बिक्री 3,100 इकाई के आंकड़े को पार कर गई है. वहीं एक साल पहले समान तिमाही में 1,400 इकाई लक्जरी घर बिके थे.
क्यों बढ़ी लग्जरी घरों की मांग
CBRE के मुताबिक कोरोना महामारी के बाद लग्जरी और बड़े घरों की मांग बढ़ी है. वर्क फ्रॉम होम की वजह से लोग ज्यादा बड़ा घर चाहते हैं. लोग अब अधिक सुविधाओं वाले घरों में रहने को प्राथमिकता दे रहे हैं. इसके अलावा एनआरआई भी देश के रियल एस्टेट बाजार में निवेश कर रहे हैं, जिससे लग्जरी घरों की मांग को बढ़ावा मिल रहा है.